फिर साइबर अटैक का शिकार हुई अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, डोनर्स-स्टूडेंट्स का डेटा लीक
अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी फिर साइबर हमले का शिकार हुई है। हैकरों ने पुराने छात्रों, दानदाताओं और शिक्षकों के डेटाबेस में सेंध लगाई। यूनिवर्सिटी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक्सेस को हटाया।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर साइबर अटैक (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी एक बार फिर साइबर अटैक की शिकार हो गई है। हैकरों ने यूनिवर्सिटी के पुराने स्टूडेंट्स, डोनर्स, कुछ स्टूडेंट्स और फैकल्टी के डेटाबेस में एक फोन फिशिंग कर डेटाबेस हैक किया। हालांकि, यूनिवर्सिटी ने सिस्टम में अटैकर की एक्सेस हटाने के लिए तुरंत कार्रवाई की।
दरअसल, हार्वर्ड अमेरिका की सबसे पुरानी और सबसे अमीर यूनिवर्सिटी है। यह यूनिवर्सिटी इस साल दूसरी बार साइबर अटैक की शिकार हुई है। इस बार हुआ आइवी लीग स्कूलों पर सबसे नया साइबर अटैक था। फिलहाल विश्वविद्यालय ने हमले में किसी भी संभावित संदिग्ध की पहचान नहीं की है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि मंगलवार को हुई इस चोरी में व्यक्तिगत संपर्क जानकारी, दान का विवरण, तथा धन उगाहने और पूर्व छात्रों की भागीदारी से संबंधित अन्य डेटा शामिल है।
तुरंत हुई कार्रवाई
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के संचार निदेशक टिम बेली ने एक बयान में कहा, "हार्वर्ड ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हमलावर की हमारे सिस्टम तक पहुंच को हटा दिया और आगे अनधिकृत पहुंच को रोका।" उन्होंने कहा कि हम इस घटना की जांच के लिए तृतीय-पक्ष साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
हाल के महीनों में बढ़ी घटनाएं
गौरतलब है कि हाल के महीनों में अमेरिकी कॉलेज हैकरों के निशाने पर रहे हैं। इससे हाल के महीनों में आइवी लीग स्कूलों पर विशेष रूप से बुरा असर पड़ा है। इससे पहले प्रिंसटन विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों, दानदाताओं, छात्रों और स्कूल समुदाय के अन्य सदस्यों की जानकारी वाला डेटाबेस 15 नवंबर को हैक कर लिया गया था। वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्सिलवेनिया भी सेंधमारी की शिकार हुई थी। 31 अक्टूबर को पेन के डेवलपमेंट और पुराने स्टूडेंट्स की एक्टिविटीज से जुड़े कुछ इन्फॉर्मेशन सिस्टम हैक हो गए थे।

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