'और कड़ी होगी H-1B वीजा की निगरानी प्रक्रिया...' US इमिग्रेशन अथॉरिटी ने किया एलान
यूएस इमिग्रेशन अथार्टी ने H-1B वीजा और अन्य कानूनी आव्रजन प्रक्रिया की निगरानी को कड़ा करने की घोषणा की है। धोखाधड़ी की जांच, नई नियामक सीमाएं और प्रव ...और पढ़ें
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H-1B वीजा और आव्रजन प्रक्रिया की निगरानी होगी कड़ी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूएस इमिग्रेशन अथार्टी ने H-1B वीजा और अन्य कानूनी आव्रजन प्रक्रिया की निगरानी को कड़ा करने की घोषणा की है। इस कदम का कारण धोखाधड़ी की जांच, नई नियामक सीमाएं और एक व्यापक प्रवर्तन अभियान है, जिसका विवरण वर्ष के अंत की समीक्षा में दिया गया है।
यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआइएस) ने रोजगार आधारित, छात्र और पारिवारिक आव्रजन की जांच को बढ़ा दिया है, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा प्रवर्तन प्रयास आपरेशन ट्विन शील्ड शामिल है।
H-1B वीजा और आव्रजन प्रक्रिया की निगरानी होगी कड़ी
इस आपरेशन में एच-1बी और छात्र वीजा के व्यापक दुरुपयोग और धोखाधड़ी वाले विवाह आधारित आवेदनों का राजफाश हुआ। इसके परिणामस्वरूप हजारों कार्यस्थल दौरे, लगभग 1,500 व्यक्तिगत साक्षात्कार, लाभ अस्वीकृतियां और यूएससीआइएस द्वारा गिरफ्तारियां हुईं।
यूएससीआइएस ने रोजगार प्राधिकरण के नियमों में भी बदलाव किया है। कुछ वर्क परमिट के लिए आटोमैटिक एक्सटेंशन यानी स्वचालित विस्तार समाप्त कर दिया गया है जबकि नवीनीकरण आवेदनों की प्रक्रिया लंबित है। एजेंसी ने कुछ रोजगार प्राधिकरण दस्तावेजों की अधिकतम वैधता को पांच वर्षों से घटाकर 18 महीने कर दिया है।
इसके पीछे तर्क दिया है कि यह कदम आवेदकों की अधिक बार जांच और मूल्यांकन की अनुमति देता है।यूएससीआइएस ने उच्च-कौशल और उच्च-भुगतान वाले श्रमिकों के लिए एच-1बी वीजा को प्राथमिकता देने के लिए एक प्रस्तावित नियम भी पेश किया है।
धोखाधड़ी की जांच और प्रवर्तन अभियान है मुख्य कारण
एजेंसी ने कहा कि यह परिवर्तन अमेरिकी श्रमिकों के लिए वेतन, कार्य स्थितियों और नौकरी के अवसरों की रक्षा के लिए है। यूएससीआइएस ने कृषि कार्य वीजा को सरल बनाने के लिए एक अलग नियम भी जारी किया ताकि देश के महत्वपूर्ण कृषि उद्योग का विकास किया जा सके।
इसके अलावा पारिवारिक आव्रजन की भी गहन जांच की जा रही है। ये सभी उपाय होमलैंड सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोम और यूएससीआइएस निदेशक जोसेफ बी. एड्लो के तहत ''अमेरिका पहले'' आव्रजन नीति का हिस्सा हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, यूएससीआइएस ने 20 जनवरी से अब तक 14,400 से अधिक लोगों को आइसीई (इमिग्रेशन एंड कस्टम इंफोर्समेंट) के पास भेजा है।
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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