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    H1- B Visa Rules: अमेरिका जाने वालों के लिए खुशखबरी! बदल गए वीजा के नियम, इन्हें मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

    Updated: Wed, 18 Dec 2024 09:00 PM (IST)

    बाइडन प्रशासन ने मंगलवार को एच-1बी वीजा कार्यक्रम में कई बदलावों की घोषणा की जिससे आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने और प्रणाली के भीतर दुरुपयोग पर अंकुश लगाने की उम्मीद है। एच-1बी वीजा कार्यक्रम के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय छात्रों और नौकरी पेशा करने वाले लोगों को अमेरिका में काम करने का एक नया रास्ता खुल जाता है। नए नियमों को अगले साल से लागू किया जाना है।

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    अमेरिका में बदल गए H1-B वीजा के नियम (फाइल फोटो रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जो बाइडन का शासन अब केवल कुछ दिनों का बचा है। अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति ने बड़ा एलान किया है। बाइडन प्रशासन ने मंगलवार को एच-1बी वीजा (H1-B Visa) के नियमों में बदलाव किया है। इस बदलाव के बाद आवेदन प्रक्रिया आसान होने साथ इसके दुरुपयोग पर भी रोक लगने की संभावना है।

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    दरअसल, करीब 30 साल से अधिक समय से ये वीजा प्रक्रिया अमेरिका में चलती आई है। एच-1बी वीजा कार्यक्रम के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय छात्रों और नौकरी पेशा करने वाले लोगों को अमेरिका में काम करने का एक नया रास्ता खुल जाता है। इन वीजा के नियमों में हुए बदलाव राष्ट्रपति बाइडन की कानूनी आव्रजन पर अंतिम प्रमुख कार्रवाइयों में से एक है। हालांकि, यह कह पाना मुश्किल है कि नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाला प्रशासन इसे कैसे स्वीकार करेगा और इन बदलावों को कैसे स्वीकार करेगा।

    कब से लागू होने हैं नए नियम?

    जानकारी के अनुसार एच1 बी वीजा में हुए बदलावों के नए नियम 17 जनवरी, 2025 को लागू होने वाले हैं। ये नियम ऐसे वक्त पर लागू होंगे जब केवल कुछ दिनों का राष्ट्रपति बाइडन का कार्यकाल बचा होगा। नए नियम के अनुसार जो भी इस वीजा के लिए आवेदन करता है, उसे अपनी H-1B याचिकाएं जमा करने के लिए एक नए पेश किए गए आवेदन फ़ॉर्म, I-129 का उपयोग करना होगा।

    इस वीजा की सबसे अधिक मांग

    जानकारी दें कि H-1B वीजा की सबसे ज्यादा मांग है। ये वीजा हर साल सैकड़ों हज़ारों आवेदकों को आकर्षित करता है। बताया जाता है कि कई दिग्गज टेक कंपनियां इस वीजा की सबसे बड़ी लाभार्थियों में से एक हैं। आंकड़े के अनुसार इस साल 400,000 से ज़्यादा आवेदन जमा किए गए, जो इन वीज़ा के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा को रेखांकित करता है।

    डीएचएस ने इस वीजा में परिवर्तनों को लेकर कहा कि इन अद्यतनों का उद्देश्य एच-1बी प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाना और यह सुनिश्चित करना है कि यह हमारी उभरती अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं को पूरा करे।

    नियमों में क्या हुए प्रमुख बदलाव

    • नए नियमों के अनुसार आवेदकों को यह बताना होगा कि उनकी डिग्री का क्षेत्र सीधे वीजा से जुड़ी नौकरी से संबंधित है। माना जा रहा है कि इससे इस वीजा के दुरुपयोग में कमी आएगी।
    • नए नियम के अनुसार आव्रजन अधिकारियों के पास अब नवीनीकरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने, विस्तार अनुरोधों को संसाधित करते समय पूर्व अनुमोदन को स्थगित करने का अधिकार होगा।
    • क्लाइंट की जरूरत से इस बात का निर्धारण होगा कि जॉब H-1B वीजा के लिए योग्य है या नहीं।
    • H-1B कर्मचारियों से यात्रा का पूरा कार्यक्रम नहीं मांगा जाएगा, मगर उन्हें अपना कॉन्ट्रैक्ट दिखाना पड़ सकता है।
    • संयुक्त राज्य नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) के पास H-1B विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कार्यस्थल निरीक्षण करने का बढ़ा हुआ अधिकार होगा।
    • वहीं, गैर-अनुपालन के परिणामस्वरूप वीज़ा निरस्तीकरण या दंड हो सकता है।
    • बदले गए नियमों के तहत अब साक्षात्कार छूट कार्यक्रम, जिसे आम तौर पर ड्रॉपबॉक्स सिस्टम के रूप में जाना जाता ह। जो भी पात्र आवेदक होगा उसको व्यक्तिगत साक्षात्कार से बचने की अनुमति मिलेगी।

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