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    'कतई भरोसे लायक नहीं पाकिस्तान का जनरल मुनीर', पूर्व अमेरिकी राजदूत जल्मय खलीलजाद ने लगाए बड़े आरोप

    अफगानिस्तान में अमेरिका के राजदूत रहे जल्मय खलीलजाद ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की ट्रंप से मुलाकात की कड़ी निंदा की है। राष्ट्रपति ट्रंप जानते हैं कि पाकिस्तानी सेना ने लंबे समय तक हमारे साथ दोहरा खेल खेला है। अफगानिस्तान में हमारी सैन्य उपस्थिति के दौरान पाकिस्तान ने हमारी सहायता ली और साथ ही उन लोगों को समर्थन व शरण प्रदान की जो हमारी सेना को मार रहे थे।

    By Agency Edited By: Jeet Kumar Updated: Thu, 19 Jun 2025 11:29 PM (IST)
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    कतई भरोसे लायक नहीं पाकिस्तान का जनरल मुनीर- पूर्व अमेरिकी राजदूत (फोटो- एक्स)

     एएनआई, वाशिंगटन। अफगानिस्तान में अमेरिका के राजदूत रहे जल्मय खलीलजाद ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि जनरल मुनीर पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

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    पाकिस्तानी सेना ने बार-बार अमेरिका के साथ दोहरा खेल खेला

    पाकिस्तानी सेना ने बार-बार अमेरिका के साथ ''दोहरा खेल'' खेला है, जिसमें उसने अमेरिका की सहायता ली और उन लोगों को शरण भी दी जो अमेरिकियों की हत्या कर रहे थे।

    राष्ट्रपति ट्रंप जानते हैं पाकिस्तानी सेना की हैसियत

    खलीलजाद ने 'एक्स' पर पोस्ट में कहा, ''राष्ट्रपति ट्रंप जानते हैं कि पाकिस्तानी सेना ने लंबे समय तक हमारे साथ दोहरा खेल खेला है। अफगानिस्तान में हमारी सैन्य उपस्थिति के दौरान पाकिस्तान ने हमारी सहायता ली और साथ ही उन लोगों को समर्थन व शरण प्रदान की जो हमारी सेना को मार रहे थे।

    इसी तरह 9/11 के बाद आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में पाकिस्तानी सेना ने चुनिंदा तरीके से हमारी और अलकायदा आतंकियों दोनों की मदद की। हमने बिन लादेन को कहां पाया? पाकिस्तान में एक सैन्य अड्डे के पास आराम से रहते हुए।

    पाकिस्तान ने डॉ. अफीदी को बंदी बनाया हुआ है क्यों...

    पाकिस्तान ने अभी भी डॉ. अफीदी को बंदी बनाया हुआ है, जिन्होंने बिन लादेन को खोजने व खत्म करने में हमारी मदद की थी।''

    खलीलजाद ने आगे लिखा, 'भारत-पाकिस्तान संबंधों के अलावा जनरल के एजेंडे में निम्नलिखित बातें शामिल होने की संभावना है:-

    1. सैन्य स्वामित्व वालीकंपनियों के माध्यम से पाकिस्तान के खनिजों में अमेरिकी निवेश प्राप्त करना और व्यापार व आर्थिक संबंधों को सामान्य रूप से मजबूत करना।

    2. अमेरिकी राष्ट्रपति से आतंकवाद समेत अफगानिस्तान में अमेरिकी हितों की सुरक्षा को पाकिस्तानी सेना के लिए हासिल करना (दोनों देशों के बीच संबंधों को देखते हुए यह पूरी तरह से विनाशकारी है)।

    3. चीन के साथ संचार के लिए माध्यम बनने की पेशकश।

    4. वह अधिक वैधता चाहते हैं और यह धारणा बनाना चाहते हैं कि अमेरिका उनके आजीवन शासक के रूप में वास्तविक स्थिति का समर्थन करता है।

    हालांकि उन्होंने कुछ लोकप्रियता हासिल की है और खुद को फील्ड मार्शल के पद तक पहुंचा लिया है, लेकिन देश के सबसे लोकप्रिय राजनेता इमरान खान को झूठे आरोपों में लगातार कैद में रखने का व्यापक विरोध हो रहा है। देश में बड़ी आर्थिक समस्याएं हैं, साथ ही देश के बलूचिस्तान क्षेत्र में उग्रवाद बढ़ रहा है।

    निष्कर्ष : जनरल आसिम मुनीर पर भरोसा नहीं किया जा सकता।''