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    'महमूद खलील को आजाद करो', फलस्तीनी समर्थक की रिहाई के लिए कोलंबिया यूनिवर्सिटी में नारेबाजी; ट्रंप के खिलाफ उतरे छात्र

    कोलंबिया यूनिवर्सिटी से हाल ही में स्नातक हुए छात्र और फलिस्तीनी समर्थक महमूद खलील को विरोध प्रदर्शन के कारण दो महीने पहले हिरासत में लिया गया था। इसके बाद खलील के समर्थन में वहां के छात्र आए दिन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच एक बार फिर से खलील को आजाद करने की मांग कर छात्रों ने नारे लगाए हैं।

    By Digital Desk Edited By: Prince Gourh Updated: Thu, 22 May 2025 08:33 AM (IST)
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    कोलंबिया यूनिवर्सिटी में महमूद खलील के समर्थन में लगे नारे (फोटो सोर्स- रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलंबिया यूनिवर्सिटी के फलिस्तीन समर्थक छात्र को पिछले दिनों हिरासत में लिया गया था, जिसके बाद से लगातार वहां विरोध प्रदर्शन जारी है।

    इस बीच एक कार्यक्रम के दौरान प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क सिटी स्कूल की अंतरिम अध्यक्ष क्लेयर शिपमैन ने मंच संभाला तो छात्रों ने 'शर्म आनी चाहिए' जैसे नारे लगाए और विरोध जताया।

    गाजा में हिंसा समाप्त करने के लिए पिछले 18 महीनों से कोलंबिया यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन होता रहा है। इसी को लेकर हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने फलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी छात्रों को गिरफ्तार किया गया था।

    क्यों हिरासत में लिया गया खलील?

    गाजा में इजरायल के युद्ध के खिलाफ राष्ट्रव्यापी कैंपस विरोध के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक खलील को उनके कैंपस एक्टिविज्म के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने दो महीने पहले हिरासत में लिया था। हालांकि, वो अमेरिका का निवासी है लेकिन उसे डिपोर्ट के लिए चिन्हित किया गया है।

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    बुधवार को कार्यक्रम से पहले सभी को चेतावनी दी गई थी कि किसी भी तरह का बाधा डालने पर प्रतिबंध है और जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे उन्हें यूनिवर्सिटी छोड़ने के लिए भी कहा जा सकता है।

    छात्रों ने लगाए 'खलील को आजाद करो' के नारे

    लेकिन, ये चेतावनी भी काम नहीं आई और विरोध कर रहे छात्रों ने 'महमूद को आजाद करो' के नारे लगाए। कुछ छात्रों ने विरोध करने के लिए ग्रेजुएशन कैप की जगह केफियेह पहना, जो फलिस्तीनी हिंसा के विरोध का एक प्रतीक है।

    स्नातक कार्यक्रम में आए शिपमैन ने 16 हजार नए स्नातकों को बधाई दी और इस दौरान उन्होंने ट्रंप प्रशासन पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा, हमारा ये दृढ़ विश्वास है कि हमारे अंतरराष्ट्रीय छात्रों को भी बाकी सभी की तरह बोलने की स्वतंत्रता का समान अधिकार है।

    शिपमैन ने कहा, "छात्रों के बोलने की स्वतंत्रता के समान अधिकार का प्रयोग करने के लिए सरकार द्वारा निशाना नहीं जा सकता है। मैं जानती हूं कि हमारे बहुत सारे स्नातक महमूद खलील को हिरासत में लेने पर विरोध जता रहे हैं।"

    मई में 80 छात्रों को किया गया गिरफ्तार

    बता दें, मई के महीने में 80 फलिस्तीनी समर्थक छात्रों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब उन्होंने कोलंबिया यूनिवर्सिटी के मुख्य पुस्तकालय पर कब्जा करने की कोशिश की थी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा था कि अधिकारी ऐसे लोगों की पहचान कर उनकी वीजा स्थिति की समीक्षा करेंगे।

    खलील महमूद को दो महीने पहले गिरफ्तार किया गया था और उसे लुइसियाना के एक हिरासत केंद्र में रखा गया है। फलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास का समर्थन करने के आरोपों के बीच खलील को निर्वासन का भी सामना करना पड़ सकता है।

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