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    4 साल पहले जहां समर्थकों ने किया था हमला, आज वहीं शपथ लेंगे डोनाल्ड ट्रंप; जानें कैपिटल हिल की कहानी

    अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप जिस कैपिटल बिल्डिंग में शपथ लेंगे वहां 4 साल पहले उनके ही समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया था। मामला 6 जनवरी 2021 का है जब चुनाव में हार के बाद डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग पर हमला कर दिया था। आज बाइडन ने हमले की जांच कर रहे लोगों को पहले ही राष्ट्रपति क्षमादान दे दिया।

    By Jagran News Edited By: Swaraj Srivastava Updated: Mon, 20 Jan 2025 10:02 PM (IST)
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    ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं (फोटो: रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी ने बीते 40 वर्षों में पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण इनडोर समारोह होगा। ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं।

    गौर करने वाली बात ये है कि ट्रंप जिस कैपिटल बिल्डिंग हॉल में शपथ ग्रहण करेंगे, 4 साल पहले वहीं पर उनके समर्थकों ने हमला किया था। घटना 6 जनवरी, 2021 की है, जब चुनाव हारने के बाद ट्रंप के समर्थक उग्र हो गए थे।

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    समर्थकों ने किया था हंगामा

    ट्रम्प और अन्य लोगों के दावों से आश्वस्त होकर कि चुनाव में धांधली की गई, हजारों लोग वाशिंगटन डीसी में कैपिटल में घुस गए, खिड़कियों को तोड़ दिया, दरवाज़ों को लात मारकर खोला और रोटुंडा में घुस गए। रोटुंडा वही जगह है, जहां आज शपथ ग्रहण समारोह होगा।

    संसद से किसी तरह तत्कालीन उपराष्ट्रपति माइक पेंस और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्यों को निकाला गया। धीरे-धीरे दंगाई पूरी इमारत में फैल गए। स्थिति कितनी गंभीर थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डेमोक्रेटिक कांग्रेसमैन एरिक स्वेलवेल ने अपनी पत्नी को संदेश भेजा था, 'मैं तुमसे और बच्चों से प्यार करता हूँ। प्लीज उन्हें मेरे लिए हग करना।'

    दंगाइयों ने फैलाई थी गंदगी

    • दंगाइयों ने कैपिटल के हॉल में मल-मूत्र छोड़ा और एक प्रदर्शनकारी ने कथित तौर पर स्पीकर नैन्सी पेलोसी की डेस्क पर भी शौच किया। यह उसी हॉल में है, जहां ट्रम्प दुनिया के तीन सबसे अमीर लोगों एलन मस्क, जेफ बेजोस और मार्क जुकरबर्ग और विदेश मंत्री एस जयशंकर, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली और चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग जैसे नेताओं की उपस्थिति में शपथ लेंगे।
    • ट्रम्प ने संकेत दिया है कि वह 6 जनवरी के दंगाइयों को क्षमा कर देंगे। वह पहले ही इन लोगों को देशभक्त बता चुके हैं। वहीं बाइ़डन ने ट्रंप के शपथ ग्रहण से ठीक पहले असाधारण कदम उठाते हुए यूएस कैपिटल पर हुए हिंसक हमले की जांच कर रही यूएस हाउस कमेटी के सदस्यों, कर्मचारियों और गवाहों को पूर्व-क्षमादान दे दिया।

    बाइडन ने दी माफी

    बाइडन ने कहा कि इन अभयदानों को इस बात की स्वीकृति के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए कि कोई शख्स गलत काम में शामिल है। हमारा देश इन लोक सेवकों का देश के प्रति उनकी अथक प्रतिबद्धता के लिए ऋणी है।

    राष्ट्रपति की ओर से कार्यकाल के अंत में क्षमादान देने की प्रथा है, लेकिन यह आमतौर पर उन अमेरिकियों को दिए जाते हैं जिन्हें अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया है। बाइडन ने शक्ति का उपयोग व्यापक तरीके से किया है। उन्होंने उन लोगों को क्षमा दिया है जिनकी अब तक जांच भी नहीं हुई है।

    कार्रवाई से पहले ही क्षमादान

    यह निर्णय ट्रंप और भविष्य के राष्ट्रपतियों द्वारा इसका और भी व्यापक उपयोग करने के लिए आधार तैयार करता है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल फैसला सुनाया था कि राष्ट्रपति को आधिकारिक कार्यों के लिए अभियोजन से व्यापक छूट है।

    लेकिन राष्ट्रपति के सहयोगियों के लिए ऐसी कोई ढाल नहीं है। आशंका है कि ट्रंप या आने वाले अन्य राष्ट्रपति व्यापक क्षमा का उपयोग सहयोगियों को कार्रवाई के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कर सकते हैं।

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