अगला चुनाव जीतने के लिए यूक्रेन की मदद ले रहे डोनाल्ड ट्रंप, बिडेन के खिलाफ जांच का बनाया दबाव
डोनाल्ड ट्रंप ने 25 जुलाई को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्स्की से फोन पर बात की थी। उन्होंने जेलेन्स्की पर जो बिडेन और उनके बेटे के खिलाफ जांच करने का दबाव बनाया था।
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका में एक संसदीय समिति ने रिपब्लिकन पार्टी के नेता और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में एक व्हिसलब्लोअर की रिपोर्ट सार्वजनिक की है। इसमें ट्रंप पर आरोप लगाया गया है कि 2020 का राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए वह अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति से इस संबंध में फोन पर बात की थी। रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि व्हाइट हाउस ने फोन पर हुई इस बातचीत को दबाने की कोशिश की थी। रिपोर्ट तैयार करने वाले व्हिसलब्लोअर की पहचान नहीं बताई गई है।
रिपोर्ट को लेकर पीछे कई हफ्ते विवाद रहा और इसी के बाद हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ औपचारिक महाभियोग जांच शुरू करने का आदेश दिया है। अब डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाले हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की इंटेलीजेंस कमेटी ने रिपोर्ट को सार्वजनिक किया है।
वैचारिक मतभेद का मामला नहीं
कमेटी के चेयरमैन और डेमोक्रेटिक नेता एडम स्किफ ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली थी और उन्होंने इसे सार्वजनिक कर दिया है। रिपोर्ट में व्हिसलब्लोअर ने कहा, 'यह घटनाक्रम बहुत चिंताजनक है। यह पद का दुरुपयोग और कानून का उल्लंघन है। यह केवल वैचारिक मतभेद का मामला नहीं है।'
ट्रंप ने 25 जुलाई को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्स्की से फोन पर बात की थी। उन्होंने जेलेन्स्की पर जो बिडेन और उनके बेटे के खिलाफ जांच करने का दबाव बनाया था। इसमें उन्हें अमेरिका के अटॉर्नी जनरल विलियम बार और ट्रंप के निजी वकील रूडी गुइलियानी की मदद मिलने की बात भी कही गई थी। जो बिडेन डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अहम दावेदार हैं।
बिडेन के बेटे हंटर ने यूक्रेन में एक गैस खनन कंपनी के लिए काम किया था। ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को उस वक्त फोन किया था, जब उनके प्रशासन ने यूक्रेन को दी जाने वाली करीब 40 करोड़ डॉलर (करीब 2800 करोड़ रुपये) की मदद रोक दी थी। बाद में यूक्रेन को यह मदद दे दी गई थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि व्हाइट हाउस के छह से ज्यादा अधिकारियों ने इस मामले में संपर्क किया था। यूक्रेन पर दबाव डालने की इस कोशिश को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया गया है। साथ ही इसे अमेरिकी चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप की कोशिश भी माना गया है।
व्हाइट हाउस ने की थी छिपाने की कोशिश
व्हिसलब्लोअर ने कहा, 'व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से ट्रंप की बातचीत पर चिंता जताई थी। उन्होंने देखा था कि राष्ट्रपति ने निजी फायदे के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया। व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने फोन कॉल के सभी रिकॉर्ड छिपाने की कोशिश भी की थी। कुछ अधिकारियों ने बताया कि व्हाइट हाउस के वकीलों ने उन्हें बातचीत की ट्रांस्कि्रप्ट को हटाने का निर्देश भी दिया था। आमतौर पर इस तरह की बातचीत कंप्यूटर में रिकॉर्ड हो जाती है। इसे कैबिनेट स्तर के अधिकारियों के बीच पहुंचाने के लिए और आगे की गतिविधियों के लिए रिकॉर्ड किया जाता है।'
ट्रंप ने खारिज किया दावा
रिपोर्ट सार्वजनिक होते ही ट्रंप ने इसका खंडन किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'डेमोक्रेटिक नेता रिपब्लिकन पार्टी और उसके सिद्धांतों को मिटाना चाहते हैं। रिपब्लिकन साथियों एक-दूसरे के साथ रहो। उनकी बातों का जवाब दो और उनसे लड़ते रहो। हमारा देश दांव पर है।'