'ये मेरा फैसला नहीं था...', कतर में इजरायली हमले पर क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?
दोहा में इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह फैसला नेतन्याहू का था मेरा नहीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि इजरायल ने हमास के नेताओं को निशाना बनाया जो कतर की राजधानी में थे। ट्रंप ने कतर को अमेरिका का करीबी दोस्त बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने राजदूत को कतर को सूचित करने के लिए कहा है।

डिजिटल डेस्क, दोहा। इजरायल ने मंगलवार को कतर के दोहा में आसमान से बम बरसा दिए। इस हमले में इजरायल ने हमास के टॉप लीडर्स को निशाना बनाया। कतर ने भी इस हमले पर नाराजगी जाहिर की है। वहीं, अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसपर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि यह मेरा फैसला नहीं था।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि कतर पर बमबारी करने का फैसला इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का था, मेरा नहीं। मैं चाहता हूं कि गाजा युद्ध अब खत्म हो जाए।
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में लिखा, "अमेरिकी सेना से पता चला है कि इजरायल ने हमास के नेताओं पर हमला किया है। दुर्भाग्यपूर्वक वो सभी नेता कतर की राजधानी दोहा में मौजूद थे। यह पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का फैसला था, मेरा नहीं।"
ट्रंप ने कहा-
कतर अमेरिका का करीबी दोस्त है। हम कतर की अखंडता का सम्मान करते हैं, लेकिन हमास को खत्म करना भी जरूरी है। मैं अपने राजदूत स्टीव विटकॉफ को तुरंत आदेश दिया है कि आगे से ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से पहले कतर को जरूर बताया जाए। कतर हमारा दोस्त है, इसलिए मुझे हमले की जगह के बारे में सुनकर बहुत बुरा महसूस हुआ।
ट्रंप के अनुसार, "मैंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की है। नेतन्याहू का कहना है कि वो शांति चाहते हैं। मैंने कतर के अमीर और प्रधानमंत्री से भी बात की है।"
व्हाइट हाउस ने दी प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि इजरायल ने इस हमले के बारे में अमेरिका को पहले ही सूचित कर दिया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि कतर में हमास के ठिकानों पर इजरायल का हमला दुर्भाग्यपूर्ण था। उन्होंने अपने शीर्ष सहयोगी स्टीव विटकाफ को निर्देश दिया है कि वह कतर को चेतावनी दें कि हमला होने वाला है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि ट्रंप ने हमलों के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और कतर के अमीर दोनों से बात की। उन्होंने कतर को आश्वासन दिया कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी।
कतर ने जताई नाराजगी
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने ट्रंप को फोन पर बताया कि कतर अपनी सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मजीद अल-अंसारी ने कहा कि कतर को दोहा पर इजरायली हमले की पहले से सूचना मिलने की खबरें झूठी हैं। इस बीच कतर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा कि क्षेत्रीय सुरक्षा में जारी व्यवधान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उच्च स्तरीय जांच चल रही है।
हमास के 5 नेताओं की मौत
हमास ने दावा किया है कि इस हमले में हमास के निर्वासित गाजा प्रमुख खलील अल-हैया के बेटे समेत पांच लोग मारे गए हैं। खलील गाजा का निर्वासित प्रमुख और शीर्ष वार्ताकार है। हमास ने यह भी कहा कि इजरायल युद्धविराम वार्ता टीम की हत्या के प्रयास में विफल रहा।
(समाचार एजेंसी रायटर्स के इनपुट के साथ)
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