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    ट्रंप ने अपने करीबी को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, सर्जियो गोर को भारत में अमेरिकी राजदूत किया नियुक्त

    राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने लंबे समय के राजनीतिक सहयोगी सर्जियो गोर को भारत में अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित किया है। गोर वर्तमान में व्हाइट हाउस राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के निदेशक की भूमिका निभा रहे हैं। नई दिल्ली और अमेरिका के साथ संबंधों के नाजुक दौर में ट्रंप अपने एक बेहद संवेदनशील प्रवक्ता को भारत भेज रहे हैं।

    By Agency Edited By: Jeet Kumar Updated: Sat, 23 Aug 2025 08:29 AM (IST)
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    ट्रंप ने सर्जियो गोर को भारत में अमेरिकी राजदूत किया नियुक्त (फोटो- रॉयटर)

     एएफपी, वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने लंबे समय के राजनीतिक सहयोगी सर्जियो गोर को भारत में अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित किया है। गोर वर्तमान में व्हाइट हाउस राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के निदेशक की भूमिका निभा रहे हैं। नई दिल्ली और अमेरिका के साथ संबंधों के नाजुक दौर में, ट्रंप अपने एक बेहद संवेदनशील प्रवक्ता को भारत भेज रहे हैं।

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    ट्रंप ने कहा कि 38 वर्षीय गोर एक अच्छे मित्र हैं

    शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि 38 वर्षीय गोर एक अच्छे मित्र हैं, जो कई वर्षों से मेरे साथ हैं। उन्होंने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मैं सर्जियो गोर को भारत गणराज्य में हमारे अगले संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत के रूप में पदोन्नत कर रहा हूं। ट्रंप ने कहा कि वह दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत के रूप में भी काम करेंगे।

    ट्रंप ने बयान में कही ये बात

    ट्रंप ने कहा कि गोर और उनकी टीम ने संघीय विभागों और एजेंसियों में लगभग 4,000 अधिकारियों की नियुक्ति “रिकॉर्ड समय में” की है, और कहा कि अब 95 प्रतिशत से अधिक पद भरे जा चुके हैं।

    गोर के दुश्मनों में एलन मस्क भी शामिल हैं, जिन्होंने ट्रंप के साथ अपने विवादास्पद मतभेद के बाद गोर को सांप करार दिया था, क्योंकि उन्होंने नासा का नेतृत्व करने के लिए इस तकनीक और एयरोस्पेस अरबपति के चयन को विफल कर दिया था।

    गोर को विदेश नीति का सीमित अनुभव

    गोर के प्रभाव में विदेश नीति का व्यापक अनुभव शामिल नहीं है, सिवाय विदेश यात्राओं में शामिल होने और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उन कर्मचारियों की छंटनी का नेतृत्व करने के, जिनके विचारों पर संदेह किया गया था।