पैसेंजर प्लेन से टकराते-टकराते बचा Bomber Jet, हवा में अटकी रही यात्रियों की जान
नॉर्थ डकोटा में डेल्टा फ्लाइट 3788 को एक आर्मी बॉम्ब जेट के कारण रास्ता बदलना पड़ा जिससे आसमान में संभावित विस्फोट टल गया। पायलट ने तेजी से आ रहे विमान को देखकर तुरंत विमान को मोड़ा। घटना के बाद स्काईवेस्ट ने जांच शुरू कर दी है। अमेरिकी वायुसेना ने पुष्टि की है कि बी-52 बमवर्षक विमान उड़ान भर रहा था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के नॉर्थ डकोटा में एक पैसेंजर प्लेन को तेज रफ्तार आर्मी बॉम्ब जेट की वजह से रास्ता बदलना पड़ा। अगर विमान ने वक्त रहते रास्ता नहीं बदला होता तो आसमान में भयानक विस्फोट हो जाता है।
दरअसल डेल्टा फ्लाइट 3788 मिनियापोलिस से मिनोट शहर की ओर बढ़ रही थी, जब पायलट ने दाहिनी ओर से आते एक विमान को देखकर तेजी से मोड़ लिया। इस खतरनाक पल ने यात्रियों के दिल की धड़कनें बढ़ा दीं थी।
पायलट ने यात्रियों से कहा, "मुझे नहीं पता वो कितनी तेजी से आ रहा था, लेकिन वो हमसे कहीं ज़्यादा तेज था। मैंने सोचा कि इसके पीछे मुड़ना ही सबसे सुरक्षित है।"
शहर में सिविल एअरपोर्ट और मिलिट्री एअरपोर्ट आसपास
स्काईवेस्ट ने शुक्रवार को हुए इस घटना की जांच शुरू कर दी है। कंपनी का कहना है कि विमान को मिनोट टावर से उतरने की इजाजत मिली थी, लेकिन रास्ते में दूसरा विमान दिखने पर उसे 'गो-अराउंड' करना पड़ा।
वहीं अमेरिकी वायुसेना ने पुष्टि की कि नॉर्थ डकोटा स्टेट फेयर के लिए एक बी-52 बमवर्षक उड़ान भर रहा था। ये फेयर मिनोट में ही हो रहा था। मिनोट में एक वाणिज्यिक हवाई अड्डा और अमेरिकी वायुसेना का अड्डा दोनों मौजूद हैं।
कंट्रोल टावर की ओर मिलिट्री विमान की नहीं थी जानकारी
इंस्टाग्राम पर वायरल एक वीडियो में पायलट ने बताया कि मिनोट टावर ने उन्हें कोई चेतावनी नहीं दी थी। उन्होंने कहा, "टावर ने कहा ‘दाएं मुड़ें,’ मैंने कहा वहां तो एक विमान है। फिर उन्होंने कहा ‘बाएं मुड़ें।’" मिनोट टावर रडार का इस्तेमाल नहीं करता है, इसलिए कंट्रोल टावर को इस बात इल्म नहीं था कि दूसरी ओर से मिलिट्री विमान आ रहा है।
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