रईसी: एक फैमिली बिजनेस! तेल, रिटेल और शौक का खेल; दुनिया के इन टॉप परिवारों के अमीर बनने की कहानी
अमेरिकी मीडिया आउटलेट ब्लूमबर्ग ने साल 2025 के अंत में 25 रईस परिवारों की सूची जारी की है। इसमें पहले नंबर पर वॉलमार्ट सुपरमार्केट चेन का मालिक वॉल्टन ...और पढ़ें

दुनिया के इन अमीर परिवारों के रिच होने के क्या हैं राज़, AI Generated
गुरप्रीत चीमा, नई दिल्ली। वॉलमार्ट सुपरमार्केट चेन के मालिक वॉल्टन परिवार की कुल संपत्ति इतनी है कि इसे भारत की 10 सबसे बड़ी कंपनियों में बांट दिया जाए, तो भी हर कंपनी के हिस्से में करोड़ों रुपये बचेंगे!
2025 के अंत में अमेरिकी मीडिया आउटलेट ब्लूमबर्ग ने दुनिया के 25 सबसे अमीर परिवारों की लिस्ट जारी की है, जिसमें वॉल्टन परिवार ने अपना पहला स्थान बरकरार रखा। इस सूची में भारत का अंबानी परिवार भी शामिल है। दिलचस्प बात यह है कि दुनिया के पांच सबसे अमीर परिवारों में से तीन अरब दुनिया से हैं।
दैनिक जागरण के इस एक्सप्लेनर में आप पढ़ेंगे-
दुनिया के टॉप अमीर परिवार कौन से हैं?
हर मिनट 3 करोड़ रुपये कमाने वाला अमीर परिवार कौन है?
कैसे सऊदी अरब के एक परिवार की दौलत एक साल में तेजी से बढ़ी?
किस अमीर परिवार के पास महंगे रेस के घोड़े और अंगूर के बाग हैं?
Snickers चॉकलेट की कंपनी Pedigree से कैसे कमाती है सबसे ज्यादा मुनाफा?
भारत का वो कौन सा परिवार है, जिसके बिजनेस का असर दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है?
दुनिया के टॉप अमीर परिवार कौन से हैं?
हर मिनट 3 करोड़ रुपये कमाने वाला वॉल्टन परिवार!

1. वॉल्टन परिवार
नेटवर्थ: ब्लूमबर्ग की लिस्ट के अनुसार दुनिया के सबसे अमीर परिवारों में सबसे पहला नाम अमेरिका के वॉल्टन परिवार का है, जो करीब 44% वॉलमार्ट स्टोर्स का मालिक है। वॉलमार्ट के दुनियाभर में 10,750 स्टोर्स हैं, जो हर हफ्ते करीब 27 करोड़ ग्राहकों को सेवाएं देते हैं। कुल संपत्ति की बात करें तो वॉल्टन परिवार के पास करीब 513.4 अरब डॉलर (लगभग 46 लाख करोड़ रुपये) हैं।
कैसे की शुरुआत: वॉलमार्ट, जो आज पूरी दुनिया में रिटेल स्टोर्स के लिए प्रसिद्ध है, इसकी शुरुआत साल 1950 में अरकांसस शहर से हुई थी। वॉल्टन परिवार केवल रिटेल स्टोर्स तक ही सीमित नहीं है, बल्कि प्रौद्योगिकी, रियल एस्टेट और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में भी सक्रिय है।
खास बात: वॉल्टन परिवार को मिनिमलिस्ट पब्लिक इमेज और स्मार्ट निवेश रणनीति के लिए जाना जाता है। ये परिवार अपनी प्राइवेट लाइफ और बच्चों की सेफ्टी का खास ध्यान रखता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वॉल्टन परिवार को हर मिनट में लगभग 3 करोड़ रुपए का मुनाफा होता है।
सऊदी अरब के इस परिवार की दौलत एक साल में तेजी से बढ़ी

2. अल सऊद परिवार
नेटवर्थ: सऊदी अरब के अल सऊद परिवार के पास कुल मिलाकर लगभग 213 अरब डॉलर की संपत्ति है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इस एक साल के भीतर परिवार की संपत्ति में 73 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है।
पिछले साल यह राशि 140 अरब डॉलर थी। खास बात यह है कि अल सऊद परिवार की दौलत में यह तेज़ी गौतम अडानी की कुल संपत्ति (65 अरब डॉलर) से भी ज्यादा है। पिछली लिस्ट में यह परिवार ब्लूमबर्ग की रिचेस्ट फैमिली लिस्ट में छठे पायदान पर था। अब यह नंबर तीन पर है।
बिजनेस: अल सऊद परिवार की संपत्ति निजी नहीं, बल्कि कई सरकारी कंपनियों और कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़ी हुई है। इसमें शाही खजाना, तेल की आय और अन्य सरकारी संसाधन शामिल हैं।
खास बात: सऊदी अरब का सॉवरेन वेल्थ फंड दुनिया के सबसे बड़े निवेश फंड्स में गिना जाता है। अल सऊद परिवार में 15,000 से अधिक सदस्य हैं। परिवार के पांच सदस्य सऊदी अरब में सत्ता के शीर्ष पदों पर काबिज़ हैं। शाही परिवार अल सऊद का भारत से भी रिश्ता काफी मजबूत माना जाता है। दोनों देशों में तेल सबसे अहम कड़ी है।
इस अमीर परिवार के पास हैं महंगे रेस के घोड़े और अंगूर के बाग

3. वर्थाइमर परिवार
नेटवर्थ: वर्थाइमर परिवार फ्रांस के सबसे अमीर परिवारों में से एक है। भाई एलैन और जेरार्ड वर्थाइमर मिलकर मशहूर लक्ज़री फैशन ब्रांड Chanel का संचालन करते हैं। जेरार्ड वर्थाइमर कंपनी के घड़ियों और ज्वेलरी विभाग के प्रमुख हैं, जबकि एलैन वर्थाइमर ब्रांड के मुख्य चेयरमैन हैं। ब्लूमबर्ग के अनुसार, परिवार की कुल नेटवर्थ 85 अरब डॉलर है। पिछले तीन सालों में इस संपत्ति में लगभग 3 अरब डॉलर की कमी आई है और यह इस साल नौवें नंबर पर है।
कैसे हुई शुरुआत: अमेरिका की फोर्ब्स बिजनेस वेबसाइट के मुताबिक, Chanel का नाम इसके संस्थापक गैब्रिएल “कोको” चैनल पर आधारित है। उन्होंने 1920 में पियरे वर्थाइमर के साथ साझेदारी कर इस ब्रांड को स्थापित किया। आज Chanel क्लोदिंग, एक्सेसरीज़, घड़ियों और ज्वेलरी के क्षेत्र में दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित लग्जरी ब्रांड बन चुका है।
Chanel ने भारत में भी अपने ब्रांड का विस्तार किया है। हाल के वर्षों में कंपनी ने Nykaa जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ साझेदारी कर भारतीय बाजार में अपनी मौजूदगी और पहुंच को और मजबूत किया है।
खास बात: वर्थाइमर परिवार के पास महंगे रेस के घोड़े हैं जो अंतरराष्ट्रीय रेसिंग चैंपियनशिप में भाग लेते हैं। इसके अलावा, उनके पास फ्रांस और यूरोप में प्रीमियम वाइन के बाग हैं, जिनकी वाइन की मांग लग्जरी बाजार में काफी है।
Snickers चॉकलेट की कंपनी Pedigree से कमाती है सबसे ज्यादा मुनाफा
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4. मार्स परिवार
नेटवर्थ: दुनिया के सबसे धनी परिवारों में से एक अमेरिका का मार्स परिवार कुल मिलाकर 143 अरब डॉलर की संपत्ति का मालिक है। इनकी कंपनी Mars Incorporated है, जो M&M's, Snickers और पेट केयर प्रोडक्ट्स जैसे Pedigree और Royal Canin के लिए जानी जाती है। हालांकि, कंपनी मुख्य रूप से अपने चॉकलेट उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। ब्लूमबर्ग की लिस्ट में यह 7वें नंबर पर है।
कैसे हुई शुरुआत: Mars Incorporated की स्थापना 1911 में हुई थी। इसकी संस्थापक फ्रैंक मार्स थीं और तब से यह बिजनेस पीढ़ी-दर-पीढ़ी परिवार के हाथों में चला आ रहा है।
खास बात: मार्स परिवार समाज और कल्याण के क्षेत्र में बड़े निवेश करता है। कंपनी को चॉकलेट उत्पादों से तो पहचान मिली, लेकिन सबसे अधिक मुनाफा पेट केयर प्रोडक्ट्स से होता है। कंपनी ने भारत में भी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क, और लोकल सप्लाई चेन बढ़ाकर हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है।
भारत का वो परिवार जिसके बिजनेस का असर पड़ता है दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर

5. अंबानी परिवार
नेटवर्थ: मुकेश अंबानी दुनिया की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी के प्रमुख हैं और उनका परिवार भारत के सबसे धनी व प्रभावशाली परिवारों में गिना जाता है। अंबानी परिवार की कुल संपत्ति करीब 105 अरब डॉलर है। इस संपत्ति का मुख्य आधार रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड है, जो भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनियों में शामिल है।
रिलायंस का कारोबार कई क्षेत्रों में फैला है, जैसे; तेल रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स, टेलीकॉम सेक्टर में जियो, और देशभर में फैला रिटेल नेटवर्क। अंबानी परिवार का पूरे बिजनेस में सक्रिय योगदान है।
बड़े बेटे आकाश अंबानी टेलीकॉम बिजनेस संभालते हैं, ईशा अंबानी रिटेल और डिजिटल कारोबार देखती हैं, जबकि छोटे बेटे अनंत अंबानी कंपनी के नए ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) और रिटेल से जुड़े प्रोजेक्ट्स में सक्रिय हैं।
कैसे हुई शुरुआत: मुकेश अंबानी के पिता धीरूभाई अंबानी ने 1958 में एक छोटी ट्रेडिंग कंपनी की शुरुआत की थी, जो मसाले और कपड़े का कारोबार करती थी। इससे पहले 1950 के दशक में धीरूभाई अंबानी यमन में क्लर्क की नौकरी करते थे।
भारत लौटने के बाद उन्होंने बिजनेस की राह चुनी और 1966 में ट्रेडिंग से आगे बढ़ते हुए इसे रिलायंस टेक्सटाइल्स के रूप में मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में बदल दिया। यही कदम आगे चलकर रिलायंस साम्राज्य की नींव बना।
खास बात: अंबानी परिवार का मुंबई स्थित घर एंटीलिया अक्सर चर्चा में रहता है। यह सिर्फ एक आलीशान घर नहीं, बल्कि एक तरह का इमरजेंसी हब भी है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि भूकंप, बिजली कटौती और सुरक्षा संकट जैसी परिस्थितियों में भी यह पूरी तरह आत्मनिर्भर रह सके।
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Source: https://www.bloomberg.com/features/2025-richest-families/

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