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भारतीय मूल के अमित क्षत्रिय बने नासा के 'Moon To Mars Mission' के प्रमुख, जल्द संभालेंगे जिम्मेदारी

Amit Kshatriya को नासा ने मून टू मार्स मिशन का प्रमुख बनाया है। अमित क्षत्रिय पिछले 20 सालों से नासा से जुड़े हुए थे। उन्हें सम्मानित करते हुए कई अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है। आपको बता दें अमित क्षत्रिय भारतवंशी हैं।

By AgencyEdited By: Shalini KumariPublished: Fri, 31 Mar 2023 04:57 PM (IST)Updated: Fri, 31 Mar 2023 04:57 PM (IST)
भारतीय मूल के अमित क्षत्रिय बने नासा के  'Moon To Mars Mission' के प्रमुख, जल्द संभालेंगे जिम्मेदारी
अमित क्षत्रिय को बनाया गया मून टू मार्स मिशन का प्रमुख

वाशिंगटन, प्रेट्र। भारतवंशी सॉफ्टवेयर और रोबोटिक इंजीनियर अमित क्षत्रिय को नासा के 'मून टू मार्स' कार्यक्रम का प्रमुख बनाया गया है। नासा की ओर से हाल ही में इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। एजेंसी की ओर से कहा गया है कि क्षत्रिय तत्काल प्रभाव से यह जिम्मेदारी संभालेंगे।

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नासा ने हाल ही में कहा है कि इस नए मिशन का उद्देश्य मानवता की भलाई के लिए चंद्रमा और मंगल को लेकर अन्वेषण कार्यक्रम को पूरा करना है।

मंगल पर इंसान भेजने की तैयारी में सहायक होगा कार्यक्रम

नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि यह कार्यक्रम मंगल पर मानवता की अगली बड़ी छलांग की तैयारी के लिए जरूरी कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करेगा। यह कार्यक्रम चंद्रमा के लिए महत्वपूर्ण मिशन भेजने में भी सहायक होगा।

साथ ही, मंगल पर पहले इंसान को भेजने की तैयारी में भी सहायक होगा। इससे जुड़ा कार्यालय इन मिशनों के लिए हार्डवेयर विकसित करने और जोखिम प्रबंधन को लेकर कार्य करेगा। यह कार्यालय मिशन के लिए योजना बनाने से लेकर विश्लेषण तक का जिम्मा संभालेगा।

20 साल पहले नासा से जुड़े थे अमित क्षत्रिय

अमित क्षत्रिय ने वर्ष 2003 में अंतरिक्ष कार्यक्रम के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। वह यहां पर सॉफ्टवेयर और रोबोटिक इंजीनियर के तौर पर कार्यरत थे। उनका मुख्य कार्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का रोबोटिक एसेंबल करना साल 2014 से 2017 तक अमित ने स्पेस स्टेशन फ्लाइट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रोनॉट्स की टीम के ऑपरेशंस और फ्लाइट्स को संचालित किया।

कई अवॉर्ड से किए गए सम्मानित

अमित क्षत्रिय ने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से गणित में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उन्हें नासा का आउटस्टैंडिंग लीडरशिप मेडल भी मिल चुका है। अमित को सिल्वर स्नूपी अवॉर्ड भी मिला है, यह अवॉर्ड एस्ट्रोनॉट्स को सफलतापूर्वक स्पेस स्टेशन तक ले जाकर वापस सुरक्षित लाने के लिए मिलता है। इसके अलावा, सिल्वर स्नूपी अवॉर्ड कॉमर्शियल ऑर्बिटल ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेस ड्रैगन की रोबोटिक इंजीनियरिंग के लिए भी मिलता है।  


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