L'Oreal हेयर प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने से हुआ कैंसर, महिला ने दावा करते हुए कंपनी पर दायर किया मुकदमा
Uterine cancer पर नेशनल इंस्टीट्युट ऑफ हेल्थ ने एक स्टडी की जिसमें पाया गया कि जिन महिलाओं ने हेयर स्ट्रेटनिंग करने वाले रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल किया उनमें गर्भाशय के कैंसर का खतरा अधिक था। गर्भाशय महिलाओं के शरीर में मौजूद प्रजनन अंग होता है।

नई दिल्ली। एएफपी। अमेरिका की एक महिला ने दावा किया है कि L'Oreal के हेयर स्ट्रेटनिंग प्रोडक्ट इस्तेमाल करने पर उसे गर्भाशय का कैंसर (Uterine cancer) हो गया है। महिला के वकील ने कंपनी के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दायर किया है।
महिला का नाम जेनी मिशेल है और उसका आरोप है कि वह पिछले दो दशकों से लोरियल प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रही थीं, जिसके कारण उसे कैंसर हो गया है। बता दें कि L'Oreal फ्रांस की कंपनी है जो हेयर एंड केयर के प्रोडक्ट्स तैयार करती है।
केमिकल प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से गर्भाशय कैंसर होने का खतरा
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के जर्नल में एक स्टडी पब्लिश हुई थी जिसमें बताया गया था कि बालों को स्ट्रेट करने वाले केमिकल प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से गर्भाशय कैंसर (Uterine cancer)होने का खतरा है।
स्टडी में पाया गया कि जिन महिलाओं ने साल में चार बार से ज्यादा बार लोरियल प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया, उन्हें गर्भाशय कैंसर होने की संभावना है। वहीं जिन महिलाओं ने इन लोरियल प्रोडक्ट का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं किया उनमें कैंसर होने की संभावना बिल्कुल नहीं देखी गई।
गर्भाशय कैंसर का खतरा अश्वेत महिलाओं में सबसे ज्यादा (Uterine cancer)
संयुक्त राज्य अमेरिका में गर्भाशय कैंसर मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इनमें अश्वेत महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। जेनी मिशेल के वकील बेन क्रम्प ने एक बयान में कहा, " अश्वेत महिलांए लंबे समय से ऐसे खतरनाक प्रोडक्ट्स का शिकार हो रही हैं। ये प्रोडक्ट्स इन महिलाओं के लिए ही मार्केट में उतारा गया है।
जेन ने L'Oreal की यूएस ब्रांच से भारी हर्जाने की मांग की है। वहीं वकील ने कहा है कि मिशेल का मामला भी अनगिनत मामलों में से एक है, जिनमें कंपनियां अपना मुनाफा बढ़ाने के लिए अश्वेत महिलाओं को गुमारह करती है। बता दें कि इस मामले में L'Oreal कंपनी ने अब तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
गर्भाशय कैंसर क्या होता है? what is Uterine cancer
महिलाओं को गर्भाशय कैंसर होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। बता दें कि महिलाओं के शरीर में असंतुलित हार्मोन्स के कारण गर्भाशय कैंसर का खतरा होता है। ये अक्सर बढ़ती उम्र के साथ होता है लेकिन देखा गया है कि अब कम उम्र की महिलाएं भी इसका शिकार होती जा रही है। गर्भाशय की अंदरुनी परत एंडोमेट्रियम की कोशिकाएं बढ़ने से कैंसर का खतरा पैदा होने लगता है। इसके होने से मां बनने की संभावना भी खत्म हो सकती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।