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पहली बार नहीं गई मासूमों की जान, अमेरिका में 80 साल से ज्यादा पुराना है गन कल्चर का इतिहास

अमेरिका में गनकल्चर जिंदगी पर भारी पड़ रहा है। साल 2015 में ही 13000 से ज्यादा लोगों ने यहां के गन कल्चर की वजह अपनी जान गंवाई थीं।

By Digpal SinghEdited By: Published: Thu, 15 Feb 2018 02:09 PM (IST)Updated: Thu, 15 Feb 2018 03:46 PM (IST)
पहली बार नहीं गई मासूमों की जान, अमेरिका में 80 साल से ज्यादा पुराना है गन कल्चर का इतिहास
पहली बार नहीं गई मासूमों की जान, अमेरिका में 80 साल से ज्यादा पुराना है गन कल्चर का इतिहास

नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। अमेरिका में एक बार फिर गन वॉयलेंस या गन कल्चर का खौफनाक नजारा सामने आया है। फ्लोरिडा में पार्कलैंड के मार्जरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल के एक पूर्व छात्र ने अंधाधुंध फायरिंग कर 17 लोगों की जान ले ली। इस घटना में 14 लोग घायल भी हो गए हैं। गोलीबारी के दौरान छात्र बुरी तरह डर गए थे और चीखने लगे थे। उन्होंने अपने दोस्तों और परिवार के लोगों को बचाने के लिए संदेश भेजे। स्थानीय पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर से अमेरिका में बढ़ रहे गन कल्चगर पर सवाल उठा दिए हैं। हालांकि अमेरिका में गन कल्चर का इतिहास कुछ दशकों का नहीं बल्कि सौ वर्ष से अधिक पुराना है। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि 1968 से 2011 के बीच में इसकी वजह से करीब 15 लाख लोगों की जान गई है। यह आंकड़ा बेहद चौंकाने वाला है। केवल 2015 में ही 13000 से ज्यादा लोगों ने फायरआर्म्स की वजह अपनी जान गंवाई थीं।

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चौंकाने वाले हैं आंकड़े

इस बाबत सामने आए अमेरिका के सभी आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं। गन वॉयलेंस में मारे जाने वालों की यदि बात करें तो इसमें सबसे बड़े शिकार 15 से 24 वर्ष की आयु के युवा हुए हैं। यह करीब 92 फीसद हैं। वहीं इस तरह की घटना में शिकार होने वालों में दूसरे नंबर पर 14 वर्ष तक की आयु के बच्चे आते हैं जो करीब 91 फीसद हैं। तीसरे नंबर पर महिलाएं हैं जो इस तरह के हादसों में करीब 90 फीसद शिकार बनीं। अफसोस की बात यह है कि वर्षों से गन कल्चर का शिकार हो रहे अमेरिका में इसको रोकने को लेकर आज भी कोई ठोस नियम नहीं बनाए गए हैं। हालांकि बच्चों के हाथों में हथियारों को रोकने के लिए बातें जरूर की गई हैं। इस तरह की आवाजें सीनेट में भी सुनाई दी हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है।

301 मिलियन फायरआर्म्स

आंकड़े यह भी बताते हैं कि वर्ष 2009 में अमेरिका में 301 मिलियन फायरआर्म्स थे, जिनमें से 114 मिलियन हैंडगन, 110 मिलियन राइफल्स, 86 मिलियन शॉटगन थे। इसमें सेना और सुरक्षाकर्मियों को मिलने वाले हथियार शामिल नहीं थे। यह भी हैरान करने वाली बात है कि इसी वर्ष में अमेरिका की जनसंख्या वहां मौजूद फायरआर्म्स से कम थी।

वैलेंटाइन के दिन नरसंहार

अमेरिका में गन कल्चर की जहां तक बात है तो आपको बता दे कि सबसे पहले वैलेंटाइन के दिन 14 फरवरी 1929 को एक नरसंहार हुआ था, जिसमें सात लोगों को मौत के घात उतार दिया गया था। हालांकि ये इस तरह का अमेरिका का पहला वाकया था और यह दो अपराधियों के बीच चली लड़ाई का नतीजा था। लेकिन यहां से इस तरह की घटनाएं बढ़ती चली गईं। यह घटना शिकागो की थी। आंकड़े बताते हैं कि हर एक हजार मौत में से दस मौत हर साल यहां फैले गन कल्चकर का ही नतीजा होती हैं।

आपको जानकर हैरत होगी कि अमेरिका के राष्ट्रपति भी इनसे अछूते नहीं रहे हैं। अब तक करीब 11 बार अमेरिकी राष्ट्रपति की हत्या करने की कोशिश की गई, जिनमें से चार सफल भी रही हैं। इन सभी की एक बड़ी वजह अमेरिका में हथियारों को लेकर घूमना है। दरअसल अमेरिका के सभी 50 राज्यों में से से 42 में हथियारों को लोगों के बीच लेकर घूमने पर कोई रोकटोक नहीं है। लेकिन इसके लिए परमिट जरूरी है। वहीं आठ राज्य ऐसे भी हैं जहां हथियार लेकर घूमने के लिए परमिट साथ रखने की जरूरत नहीं है।

कब आया गन कल्चर का शब्द

गन कल्चर शब्द का इस्तेमाल पहली बार 1970 में इतिहासकार रिकॉर्ड हॉफस्टेरडेटर ने किया था। वहीं अमेरिका में नरसंहारों (मास शूटिंग) की बात करें तो 1967 से लेकर 2017 तक करीब 150 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। 1982 से लेकर 2011 में इस तरह की हत्याएं करीब हर 200 दिन बाद सामने आई, लेकिन इसके बाद इनकी संख्या बढ़ गई और हर 60 दिनों के बाद इस तरह की घटनाएं सामने आने लगीं। यूएसए टुडे के मुताबिक इसका आंकड़ा 2014 के दौरान दो सप्ताह में सिमट गया था। कहने का अर्थ है कि हर दो सप्ताह बाद इस तरह की घटनाएं सामने आ रही थीं।

अब नजर डालते हैं अमेरिका में हुई इस तरह की घटनाओं पर

- वर्ष 2017 में लास वेगास शूटिंग के दौरान 59 लोगों की मौत हुई थी। इसमें हमलावर भी मारा गया था।

- इसी वर्ष सदरलैंड स्प्रिंग चर्च में हुई गोलीबारी में 27 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें हमलावर भी मारा गया था।

- वर्ष 2016 में ओरलेंडो नाइट क्लब में हुई अंधाधुंध फायरिंग में 50 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान भी हमलावर मारा गया था।

- वर्ष 2015 में सेन बरनार्डिनो में 16 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें भी हमलावर को मार गिराया गया था।

- इसी दौरान अंपका कॉलेज में भी इसी तरह की घटना घटी थी, जिसमें दस लोगों की मौत हो गई थी। इसमें हमलावर भी मारा गया था।

- वर्ष 2013 में वाशिंगटन नेवी यार्ड में हुई फायरिंग में 13 लोगों की मौत हो गई थी, इसमें हमलावर भी शामिल था।

- वर्ष 2012 में औरूरा में हुई फायरिंग में 12 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें हमलावर भी मारा गया था।

- इसी वर्ष सेंडी हुक एलीमेंट्री स्कूल में हुई गोलीबारी में 28 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें हमलावर भी मारा गया था।

- वर्ष 2009 में बिंघेमटन में हुई फायरिंग में 14 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान हमलावर को मार गिराया गया था।

- इसी वर्ष जिनेवा काउंटी में घटी घटना में 11 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें से एक हमलावर भी था।

- इसी वर्ष फोर्ट हूड में भी इसी तरह की घटना घटी थी, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें से एक हमलावर भी था।

- वर्ष 2007 में वर्जीनिया टेक में हुई गोलीबारी 33 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें हमलावर भी मारा गया था।

- वर्ष 2005 में रेड लेक में हुई गोलीबारी में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें से एक हमलावर था।


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