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    US News: ढाई लाख युवाओं को देश से निकाल सकता है अमेरिका, इनमें बड़ी संख्या में भारतीय

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Sun, 28 Jul 2024 05:30 AM (IST)

    अमेरिका ढाई लाख युवाओं को देश से निकाल सकता है। इनमें से अधिकतर भारतवंशी हैं जो अपने माता-पिता के साथ बचपन में अमेरिका आए थे। माता पिता के वीजा पर अमे ...और पढ़ें

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    ढाई लाख युवाओं को देश से निकाल सकता है अमेरिका

     पीटीआई, वाशिंगटन। अमेरिका ढाई लाख युवाओं को देश से निकाल सकता है। इनमें से अधिकतर भारतवंशी हैं जो अपने माता-पिता के साथ बचपन में अमेरिका आए थे। 21 वर्ष की आयु पूरी हो जाने के कारण उन्हें अमेरिका से उस देश में भेजे जाने का खतरा मंडरा रहा है जहां वे किसी को नहीं जानते हैं। ऐसे लोगों के लिए उम्मीद की कोई किरण भी नजर नहीं आ रही है। व्हाइट हाउस ने गुरुवार को इस गतिरोध के लिए रिपब्लिकन को दोषी ठहराया।

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    पिछले महीने, आव्रजन, नागरिकता और सीमा सुरक्षा पर सीनेट उपसमिति के अध्यक्ष सीनेटर एलेक्स पैडीला और प्रतिनिधि डेबोरा रास के नेतृत्व में 43 सांसदों के द्विदलीय समूह ने बाइडन प्रशासन से ढाई लाख से अधिक डाक्यूमेंटेड ड्रीमर्स की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया था, लेकिन अब तक इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा सका है।

    डाक्यूमेंटेड ड्रीमर्स के पास अपना वीजा नहीं

    माता पिता के वीजा पर अमेरिका में रहने वाले बच्चों को डाक्यूमेंटेड ड्रीमर्स कहा जाता है। 21 साल का होते ही अगर डाक्यूमेंटेड ड्रीमर्स के पास अपना वीजा नहीं है तो उन्हें देश से निकाल दिया जाता है। 13 जून को बाइडन प्रशासन को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, ग्रीन-कार्ड के लंबे बैकलाग के कारण, अप्रवासी परिवारों को अक्सर स्थायी निवासी का दर्जा पाने के लिए दशकों तक इंतजार करना पड़ता है। ये युवा अमेरिका में पले-बढ़े हैं, अमेरिकी स्कूल में शिक्षा पूरी की है।

    21 साल तक माता-पिता पर निर्भर

    दरअसल अमेरिका में बच्चे सिर्फ 21 साल तक माता-पिता पर निर्भर रह सकते हैं। 21 साल का पूरा होने के बाद बच्चों को माता-पिता के वीजा पर अमेरिका में रहने की इजाजत नहीं है। कई भारतीय बच्चों के साथ अमेरिका में जाकर बस गए हैं। जब उनके बच्चे 21 साल के होंगे तो उन्हें बच्चों को भारत वापस भेजना होगा।

    एक भारतीय महिला को देश लौटना पड़ा

    टेक्सास में रहने वाली क्लाउड इंजीनियर प्रणीता, जब आठ वर्ष की थी, तब अपने माता-पिता के वर्क वीजा पर आश्रित के रूप में अमेरिका आई थी। 15 वर्षों से अधिक समय तक अमेरिका में रहने के बाद, उसके पास स्थायी निवास के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है। रोशन को पिछले महीने अमेरिका छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। वह 10 साल की उम्र में अपनी मां और भाई के साथ एच4 वीजा पर अमेरिका आए थे।