US Air Strike: अमेरिका ने टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों से किया यमन पर हमला, हूती ने कहा- देंगे करारा जवाब
अमेरिका ने शनिवार रात एक बार फिर यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमला किया। इस बार के हमले में टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों के जरिये हूती के रडार सिस्टमों और मिसाइल-ड्रोन छोड़ने के ठिकानों को निशाना बनाया गया। अमेरिका ने कहा है कि हूती की हमले की क्षमता कम करने और शांति की संभावना बढ़ाने के लिए ताजा हमले किए गए हैं।

वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका ने शनिवार रात एक बार फिर यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमला किया। इस बार के हमले में टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों के जरिये हूती के रडार सिस्टमों और मिसाइल-ड्रोन छोड़ने के ठिकानों को निशाना बनाया गया।
दिया जाएगा करारा जवाबः हूती संगठन
अमेरिका ने कहा है कि हूती की हमले की क्षमता कम करने और शांति की संभावना बढ़ाने के लिए ताजा हमले किए गए हैं, जबकि हूती संगठन ने कहा है कि ताजा हमलों से उसे कोई नुकसान नहीं हुआ है लेकिन इन हमलों का करारा, मजबूत और प्रभावी जवाब दिया जाएगा।
सना में दस हजार से अधिक लोग सड़क पर उतरे
यमन में हमलों के विरोध में राजधानी सना में दसियों हजार लोगों ने सड़कों पर आकर अमेरिका और इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की है। लाल सागर में मालवाहक जहाजों पर हमलों के जवाब में अमेरिका ने लगातार दूसरे दिन यमन में हूती संगठन के ठिकानों पर हमले किए। ताजा हमलों में उन टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ, जिन्हें अमेरिका ने सबसे पहले इराक पर हमले के दौरान 2003 में चलाया था। ईरान समर्थित हूती पर हमलों से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है।
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रूस ने की है हमले की निंदा
शनिवार को रूस ने भी इन हमलों की निंदा की और इनसे माहौल और ज्यादा बिगड़ने की आशंका जताई। ईरान, हमास और हिजबुल्ला ने शुक्रवार को हूती पर हमलों की निंदा की थी। हूती गाजा में इजरायल के हमले के खिलाफ लाल सागर से गुजर रहे जहाजों पर हमले कर रहा था। शनिवार तड़के अमेरिकी नौसेना के गाइडेड मिसाइलों से लैस विध्वंसक युद्धपोत कार्नी से टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं। नौसेना की सेंट्रल कमांड ने एक्स पर कहा है कि सटीक निशाना लगाने वाली इन क्रूज मिसाइलों से हूती की हमले की क्षमता को नुकसान हुआ है।
अमेरिका करता रहेगा हूती के खिलाफ कार्रवाईः बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को ही साफ कर दिया था कि लाल सागर में हूती के हमले नहीं रुके तो उसके खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई जारी रहेगी। शनिवार को व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, मालवाहक जहाजों पर हमले के खतरे को खत्म करने के लिए यह कार्रवाई हो रही है। अमेरिका का यमन के साथ युद्ध छेड़ने का कोई इरादा नहीं है। बाइडन प्रशासन ने 2021 में हाउती को विदेशी आतंकी संगठनों की सूची से हटा दिया था। लेकिन अब फिर से उसे सूची में शामिल करने के संकेत दिए हैं।
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रूस ने हमलों को युद्ध फैलाने वाली हरकत बताया
यमन पर हमले के सिलसिले में हुई सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका की राजदूत लिंडा थामस ग्रीनफील्ड ने सैन्य कार्रवाई को सही बताया। कहा कि यह कार्रवाई मालवाहक जहाजों पर अकारण हमलों को रोकने के लिए जरूरी थी। जबकि रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने अमेरिका और ब्रिटेन को मध्य-पूर्व में तनाव व युद्ध बढ़ाने की हरकतों के लिए जिम्मेदार ठहराया।
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