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    Trump on New Gold Card: 'बेहद शर्म की बात...' नए गोल्ड कार्ड प्रोग्राम पर भारतियों के लिए क्या बोल गये ट्रंप?

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 06:37 PM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने 'ट्रंप गोल्ड कार्ड' प्रोग्राम की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य स्किल्ड टैलेंट को अमेरिका में बनाए रखना है। ट्रंप ने क ...और पढ़ें

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एक नए 'ट्रंप गोल्ड कार्ड' प्रोग्राम की घोषणा की है। उन्होंने दावा किया कि यह प्रोग्राम उस बेकार सिस्टम को खत्म कर देगा जो स्किल्ड टैलेंट को पढ़ाई पूरी करने के बाद देश छोड़ने पर मजबूर करता है।

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    ट्रंप ने कहा कि यह 'शर्म की बात है' कि भारत और चीन जैसे देशों के स्टूडेंट्स को टॉप यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होने के बाद अमेरिका छोड़ना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह नई इमिग्रेशन पहल कंपनियों को देश में ऐसे टैलेंट को हायर करने और बनाए रखने में मदद करेगी।

    ट्रंप ने नए 'ट्रंप गोल्ड कार्ड' प्रोग्राम की घोषणा की

    व्हाइट हाउस में बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि नया वीजा प्रोग्राम अमेरिकी कंपनियों को पढ़े-लिखे इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को हायर करने में पक्का भरोसा देगा। उन्होंने कहा कि अपने क्लास में टॉप करने और ग्रजुएट होने के बावजूद कई प्रतिभाओं को इमिग्रेशन का सामना करना पड़ता है।

    ट्रंप ने कहा, 'यह हमारे देश में किसी बेहतरीन इंसान के आने का तोहफा है, क्योंकि हमें लगता है कि ये कुछ बहुत अच्छे लोग होंगे जिन्हें यहां रहने की इजाजत नहीं मिलती। वे कॉलेज से ग्रेजुएट होते हैं उसके बाd उन्हें भारत वापस जाना पड़ता है, चीन वापस जाना पड़ता है या फिर फ्रांस वापस जाना पड़ता है।उन्हें वहीं वापस जाना पड़ता है जहां से वे आए थे। यहां रहना बहुत मुश्किल है। यह शर्म की बात है। हम इसका ध्यान रख रहे हैं।'

    ट्रंप ने घोषणा की कि गोल्ड कार्ड वेबसाइट लाइव हो गई है और कंपनियां व्हार्टन, हार्वर्ड और MIT जैसी टॉप अमेरिकी यूनिवर्सिटी से हायर किए गए स्टूडेंट्स को US में रखने के लिए गोल्ड कार्ड खरीद सकती हैं।

    स्किल्ड टैलेंट को पढ़ाई के बाद देश छोड़ने पर मजबूर 

    ट्रंप ने कहा कि उन्होंने Apple के CEO टिम कुक और दूसरे एग्जीक्यूटिव्स से कई बार सुना है कि वे बेस्ट कॉलेजों से लोगों को हायर नहीं कर सकते क्योंकि 'आपको नहीं पता कि आप उस व्यक्ति को रख पाएंगे या नहीं।' ट्रंप ने कहा कि स्टूडेंट्स को देश से बाहर निकाल दिया जाता है।

    'अगर आप अपने कॉलेज से नंबर वन ग्रेजुएट हैं और इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वे देश में रह पाएंगे या नहीं।' ट्रंप ने कहा कि कुक ने उनसे इस असली समस्या के बारे में बात की थी।

    ट्रंप गोल्ड कार्ड एक ऐसा वीजा है जो किसी व्यक्ति की अमेरिका को बड़ा फायदा पहुंचाने की क्षमता पर आधारित है। इसे अप्रवासियों के लिए US नागरिकता पाने के रास्ते के तौर पर बताया गया है।

    कितनी होगी गोल्ड कार्ड की कीमत?

    यूनाइटेड स्टेट्स के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक ने कहा कि व्यक्ति $1 मिलियन में गोल्ड कार्ड प्राप्त कर सकते हैं, जबकि कॉर्पोरेशन इसे $2 मिलियन में खरीद सकते हैं। कंपनियों के लिए, यह कार्ड उन्हें एक ऐसे कर्मचारी को रखने की अनुमति देगा जो पूरी जांच से गुज़रेगा।

    उन्होंने कहा कि जांच प्रक्रिया में $15,000 का खर्च आएगा और यह सुनिश्चित होगा कि उम्मीदवार "पूरी तरह से अमेरिकी बनने के योग्य है।

    लटनिक ने कहा कि एक बार मंज़ूरी मिलने के बाद, कर्मचारी को पांच साल बाद नागरिकता का रास्ता मिल जाएगा। फिर एक कंपनी किसी और को कार्ड पर रख सकती है, जिससे फर्मों को लंबे समय तक, रोज़गार से जुड़े निवास के ज़रिए विदेशी कर्मचारियों को बदलने में मदद मिलेगी।