Bengal News: दक्षिण 24 परगना में अज्ञात ने लगाई सरकारी दस्तावेजों में आग! CBI ने जले हुए पेपर किए जब्त
Bengal News बंगाल के दक्षिण 24 परगना में कथित सरकारी दस्तावेजों को जलाने का मामला सामने आया है। हालांकि जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस और सीबीआई को लगी तो अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया।
दक्षिण 24 परगना (बंगाल), एजेंसी। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में कथित सरकारी दस्तावेजों को जलाने का मामला सामने आया है। दरअसल, दक्षिण 24 परगना के भंडार के अंदुल गरिया इलाके में अज्ञात लोगों ने कुछ दस्तावेजों को जला दिया। हालांकि, जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस और सीबीआई को लगी तो अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया।
सरकारी दस्तावेजों में लगाई आग!
जानकारी के अनुसार, दक्षिण 24 परगना के भंडार के अंदुल गरिया इलाके में कुछ लोगों ने एक जगह पर धुआं उठता देखा। इसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके पर सीबीआई और कोलकाता पुलिस के अधिकारी मौजूद पहुंचे और उन्होंने दस्तावेजों में लगी आग को बुझाने की कोशिश की। कई दस्तावेज तो पूरी तरह जल गए थे और कुछ दस्तावेजों को जली हुई हालत में जब्त किया गया।
#WATCH | West Bengal: Unknown documents were burnt by unidentified people in Andul Garia area of Bhandar in South 24 Parganas. CBI officials and Kolkata police on the spot. pic.twitter.com/IMnWQH4LMj
— ANI (@ANI) April 18, 2023
दस्तावेजों को जलाए जाने की जांच कर रही CBI
हालांकि, इन दस्तावेजों को लेकर यह जानकारी सामने नहीं आई है कि यह किस विभाग के हैं, लेकिन यह घटना ऐसे समय में अंजाम दी गई है। जब एसएससी नौकरी घोटाला मामले में सीबीआई जांच कर रही हैं। फिलहाल केंद्रीय एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इन दस्तावेजों को आग क्यों लगाई गई है।
किसी घोटाले से संबंधित थे दस्वातेज?
स्थानीय लोगों से पूछताछ करने पर सीबीआई को पता चला है कि सोमवार देर रात दस्तावेजों को लाकर खुले में फेंक दिया गया था। स्थानीय लोगों को उस समय कोई शक नहीं हुआ। हालांकि, मंगलवार की दोपहर उन्होंने देखा कि दस्तावेजों में आग लगी हुई थी। सूत्रों ने कहा कि सीबीआई के अधिकारियों को यकीन है कि कागजात कुछ सरकारी दस्तावेज थे, दस्तावेजों की सामग्री का पता लगाया जाना है। केंद्रीय एजेंसी को इस बात का पूरा संदेह है कि ये दस्तावेज राज्य के किसी घोटाले से संबंधित थे, जिसकी जांच केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं।