कोलकाता, राज्य ब्यूरो। दक्षिण 24 परगना जिले के गोसाबा से तृणमूल कांग्रेस विधायक सुब्रत मंडल ने अपने विधायक कोटे से 50 लाख रुपये की लागत वाला अत्याधुनिक स्पीड बोट खरीदा है, जिसे लेकर विवाद पैदा हो गया है। स्थानीय तृणमूल नेताओं के एक वर्ग ने ही इसे लेकर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि स्पीड बोट खरीदने की कोई जरूरत नहीं थी। विधायक को ये रुपये आम लोगों के कल्याण में खर्च करने चाहिए थे।
स्पीड बोट के डीजल को लेकर चिंता
दक्षिण 24-परगना जिला परिषद के सदस्य और स्थानीय तृणमूल नेता अनिमेष मंडल बताते हैं कि इसे खरीदने से पहले पार्टी में कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया। उनका सवाल है कि धन की कमी के कारण नदी के कमजोर बांधों की मरम्मत नहीं हो पा रही है। गांव में कई सड़कें बेहद जर्जर हालत में हैं। पेय जल की समस्या से साथ स्थानीय अस्पतालों में दवाओं की भी भारी कमी है। ऐसे में अब इस स्पीड बोट पर हर घंटे 40 लीटर डीजल खर्च होगा, यह खर्च कहां से आएगा?”
'वाटर एंबुलेंस' के तौर पर इस्तेमाल होगा स्पीड बोट
जहां एक ओर पार्टी के ही नेता इस बात का विरोध कर रहे है, वहीं, दूसरी ओर राज्य के पूर्व सिंचाई मंत्री सुभाष नस्कर ने कहा कि विलासिती यह स्पीड बोट किस काम आएगा, यह तो विधायक ही बता सकते हैं। दूसरी तरफ विधायक का कहना है कि यह स्पीड बोट जिले के विभिन्न द्वीपों में रहने वाले लोगों के लिए 'वाटर एंबुलेंस' के तौर पर काम करेगा। इससे वहां रहने वाले लोगों के बीमार पड़ने पर उन्हें द्रुत गति से अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा।
50 लाख रुपये की लागत से खरीदी गई स्पीड बोट
साथ ही, उन्होंने कहा कि सुंदरवन आने वाले वीवीआईपी इससे विभिन्न द्वीपों का दौरा कर सकेंगे। 20 सीटों वाले इस शीत ताप नियंत्रित स्पीड बोट को कोलकाता से मंगवाया गया है। वित्त वर्ष 2021-22 में इलाके के विकास के लिए मिले 60 लाख रुपये में से 50 लाख इस बोट को खरीदने पर खर्च किए गए हैं।
भाजपा ने भी इसकी कड़ी आलोचना की है। स्थानीय भाजपा नेता विकास सर्दार ने कहा कि विधायक को स्पीड बोट पर चढ़कर नदी विहार करने का शौक हुआ है।
