पटाखा कारखानों में हो रहे विस्फोट को रोकने के लिए सरकार ने उठाया कदम, कर्मचारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
पश्चिम बंगाल में एक के बाद एक कई पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि अब राज्य सरकार ने इसे रोकने के लिए कदम उठाए हैं। अब विस्फोट बनाने वाले कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में एक के बाद एक कई पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में कम से कम 17 लोगों की मौत के बाद सरकार की नींद टूटी है। राज्य सरकार इन कारखानों में काम करने वाले कर्मचारियों को ट्रेनिंग देगी। सचिवालय सूत्रों ने बताया है कि पटाखा बनाने वाले कई कारखानों के संगठनों के साथ मुख्य सचिव हरे कृष्ण द्विवेदी ने बैठक की है।
किस संस्थान से मिलेगी ट्रेनिंग?
बैठक में पटाखा कारखानों के लिए क्लस्टर बनाने की तो बात हुई है। साथ ही, बाद में सरकार ने यह निर्णय लिया है कि महाराष्ट्र के नागपुर में स्थित नेशनल एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से ऐसे कर्मचारियों के ट्रेनिंग के लिए की व्यवस्था की जाएगी। राज्य सरकार की ओर से इस बाबत इंस्टिट्यूट को पत्र लिखा जा रहा है और संस्थान ने भी शुरुआती बातचीत में इस पर सहमति जताई है।
जून में दी जाएगी ट्रेनिंग
राज्य सरकार की ओर से संस्थान को एक ईमेल भेज दिया गया है। संस्था की ओर से बताया गया है कि नए लाइसेंस हासिल करने वाले पटाखा कारखाने में काम करने वाले कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। जून महीने के पहले और दूसरे सप्ताह में दो बैच में यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य सचिवालय से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षण से पटाखा बनाने वालों को सावधानी से काम करने में सहूलियत होगी।
150 से अधिक लोगों को पकड़ा गया
प्रशिक्षण से पटाखा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले विस्फोटकों के एकत्रीकरण में भी मदद मिलेगी। तय सीमा में एकत्रीकरण हो सके इसके लिए जिला प्रशासन को भी विशेष तौर पर निर्देश दिया गया है। उल्लेखनीय है कि 17 मई से लेकर आज तक राज्य भर में जगह-जगह छापेमारी कर 150 से अधिक ऐसे लोगों को पकड़ा गया है जो गैरकानूनी तरीके से पटाखा बनाने के कारोबार में लिप्त रहे हैं। इसके अलावा डेढ़ सौ किलो से अधिक पटाखे और विस्फोटक बरामद किए गए हैं।