WBSSC Scam: जेल में चटर्जी को नहीं मिली विशेष सुविधाएं, खाने में मिली रोटी-सब्जी, अर्पिता ने नहीं खाया रात का खाना
पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग में शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपी पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी और सहयोगी को पीएमएलए कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा है। यहां दोनों आम कैदियों की तरह ही रहे हैं।

कोलकाता (एजेंसी): बंगाल में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) का शुक्रवार रात से अब नया ठिकाना केन्द्रीय सुधार गृह के वार्ड-22 का सेल नंबर 2 बन गया है। यहां पार्थ को जेल प्रशासन से कोई विशेष सुविधा नहीं मिल रही है।
जेल प्रशासन ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि चटर्जी को पूर्व मंत्री होने के नाते भी किसी तरह की वरीयता का व्यवहार नहीं किया जा रहा। वहीं, अलीपुर स्थित महिला सुधार गृह में बंद अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के साथ जेल प्रशासन थोड़ी नरमी बरत रहा है। बता दें कि अर्पिता चटर्जी पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग के टीचर भर्ती घोटाले (WBSSC Scam) में चटर्जी की खास सहयोगी रही हैं।
चटर्जी को न चारपाई मिली न कुर्सी, दो कंबल में गुजरेगी रात
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, जेल विभाग के सूत्र बताते हैं कि चटर्जी जेल की जिस सेल में रखे गए हैं, वहां न तो चारपाई है और न ही किसी प्रकार की कोई कुर्सी लगाई गई है। चटर्जी के साथ अन्य कैदियों की तरह ही व्यवहार किया जा रहा है।
शुक्रवार की रात चटर्जी को दो कंबल दिए गए हैं, जिनमें से चटर्जी एक को बिछा सकते हैं और दूसरे को तकिया की तरह सिर के नीचे रख सकते हैं या चद्दर की तरह ओढ़ सकते हैं। हालांकि चटर्जी के सेल में एक छत वाला पंखा जरूर लगा हुआ है।
अर्पिता ने रात को नहीं खाया खाना, सोने के लिए मिला गद्दा
उधर, अलीपुर सुधार गृह में अर्पिता मुखर्जी को थोड़ा बड़ा और खुला कमरा मिला है और एक अलग गद्दा भी दिया गया है। जेल विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस कमरे में महिला कैदियों को व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाता था। अधिकारी ने बताया कि पीएमएलए कोर्ट ने सख्त निर्देश दिए थे कि अर्पिता की बुनियादी सुविधाओं और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। जेल के कर्मचारी अर्पिता पर 24 घंटे नजर रख रहे हैं।
शुक्रवार की रात चटर्जी को रोटी और सब्जी खाने के लिए दी गई, जिसे उन्होंने बिना किसी मनाही के खा लिया। शनिवार सुबह उन्हें सभी कैदियों की तरह चाय और ब्रेड दिया गया, उन्होंने दोपहर को भी खाना खाया। दोपहर के खाने में चटर्जी को दाल, चावल और सब्जी दी गई।
वहीं अर्पिता ने शुक्रवार रात को खाने से मना कर दिया, लेकिन शनिवार सुबह नाश्ता और दोपहर को खाना खाया। चटर्जी और मुखर्जी दोनों ही अपने-अपने वार्ड में अन्य कैदियों के साथ ही शौचालय साझा करते हैं। दोनों शुक्रवार को सुधार गृह लाए गए तो दोनों पूरी खामोश थे।
कुणाल घोष ने रखी थी विशेष सुविधाओं की बात
बता दें कि शुक्रवार को पीएमएलए कोर्ट के आदेश के बाद दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष का कहना था कि पार्थ चटर्जी को संभावित विशेष सुविधाएं दी जाएं। उन्होंने कहा कि यदि यह सूचना मिली कि न्यायिक हिरासत में उनके साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार होता है तो वह फिर से अपना विरोध दर्ज करवाएंगे।
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