मुर्शिदाबाद हिंसा: गोली से एक घायल; पुलिस ने कहा- 'हमने नहीं चलाई गोली, हो सकता है...'
कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) जावेद शमीम ने कहा कि घटना का ब्यौरा अभी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस गोलीबारी की घटना में शामिल नहीं हो सकती है और यह मुमकिन है कि बीएसएफ की ओर से हो सकता है। उन्होंने कहा ये शुरुआती रिपोर्ट हैं जिनकी हमें दोबारा जांच करने की जरूरत है।

पीटीआई, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में शनिवार को एक बार फिर हिंसा की खबर आई है। इस हिंसा में एक व्यक्ति को गोली लगी है।
यह घटना मुस्लिम बहुल जिले के समसेरगंज ब्लॉक के धुलियान में हुई। उन्होंने बताया कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान जिले के सुती और समसेरगंज इलाकों में शुक्रवार को बड़े पैमाने पर हिंसा की खबर मिली।
स्थानीय पुलिस गोलीबारी में नहीं है शामिल
कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) जावेद शमीम ने कहा कि घटना का ब्योरा अभी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस गोलीबारी की घटना में शामिल नहीं हो सकती है और "यह मुमकिन है कि बीएसएफ की ओर से हो सकता है"। उन्होंने कहा, "ये शुरुआती रिपोर्ट हैं, जिनकी हमें दोबारा जांच करने की जरूरत है।"
शमीम ने बताया कि हालांकि, घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वह खतरे से बाहर है। शुक्रवार की हिंसा के बाद, जिले के कुछ इलाकों में बीएसएफ को तैनात किया गया है। ये इलाके बांग्लादेश की सरहद से सटे हैं।
अफवाहों पर ध्यान न दें: बंगाल पुलिस
शमीम ने बताया कि हिंसा की घटनाओं में कथित संलिप्तता के सिलसिले में अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि छापेमारी जारी रहने के कारण यह संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर अफवाहों पर ध्यान न देने और शांत रहने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि एडीजी और आईजी स्तर के वरिष्ठ अधिकारी मुर्शिदाबाद में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और किसी भी तरह की झड़प को रोकने के लिए विशेष बलों को तैनात किया गया है।
इस बीच, एक अधिकारी ने पहले बताया था कि जिले के सुती इलाके में झड़प के दौरान कथित तौर पर पुलिस की गोलीबारी में घायल हुए एक किशोर को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने कहा कि हिंसा में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और वर्दीधारी जवान निर्दोष नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा, "आज सुबह हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना विभिन्न क्षेत्रों से फैलाई जा रही निराधार अफवाहों के कारण हुई हो सकती है। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे ऐसे उकसावों पर ध्यान न दें, जो स्पष्ट रूप से शरारती तत्वों का काम है।"
उन्होंने कहा, "यह अच्छाई और बुराई के बीच की लड़ाई है। अफवाहों को फैलाना बंद करना होगा। हम लोगों से अनुरोध करेंगे कि वे कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में न लें। हम उन्हें आश्वासन देते हैं कि पुलिस दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी और आम लोगों की जान-माल की रक्षा करेगी।"
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