बंगाल में 'द केरल स्टोरी' को लेकर बवाल, प्रतिबंध के बावजूद भाजपा ने की फिल्म की स्क्रीनिंग
इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा पार्टी की महिला शाखा की कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थीं। उन्होंने फिल्म देखने के बाद संवाददाताओं से कहा हमने फिल्म पर राज्यव्यापी प्रतिबंध का पालन करते हुए एक निजी स्क्रीनिंग का विकल्प चुना। ह
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में द केरल स्टोरी फिल्म के प्रदर्शन पर राज्य सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद अब विपक्षी भाजपा ने फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग करते हुए नया बवाल खड़ा कर दिया है। स्क्रीनिंग का आयोजन बुधवार को कोलकाता से सटे बारुईपुर में भाजपा के जिला कार्यालय में किया गया।
बारुईपुर में भाजपा के जिला कार्यालय में प्रदर्शित हुई फिल्म
इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा पार्टी की महिला शाखा की कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थीं। उन्होंने फिल्म देखने के बाद संवाददाताओं से कहा, हमने फिल्म पर राज्यव्यापी प्रतिबंध का पालन करते हुए एक निजी स्क्रीनिंग का विकल्प चुना। हमने जागरूकता और सतर्कता फैलाने के लिए इसकी स्क्रीनिंग को केवल कार्यालय के अंदर किया।
हमारा उद्देश्य किसी का अपमान करना नहीं था। पात्रा ने कहा कि उन्होंने पहले कानून के बारे में जाना। लोग इसे निजी तौर पर देख सकते हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। फिल्म को आनलाइन प्रसारित किया जा रहा है। बहुत से लोगों ने उन्हें फिल्म को अलग-अलग वेबसाइटों से डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजे हैं। राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बैन को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए पहले इन वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
हर किसी को यह समझना होगा कि इस फिल्म पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया: भाजपा
इधर, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता व मंत्री शशि पांजा ने कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि हर किसी को यह समझना होगा कि इस फिल्म पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है। भाजपा का एजेंडा धर्म, जाति और ध्रुवीकरण की राजनीति के आधार पर विभाजन को बढ़ावा देना है। उनकी समझ सिर्फ ममता बनर्जी की बातों को खारिज करने की है। बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल में इस फिल्म को बंगाल में प्रतिबंधित करने की घोषणा की थीं। भाजपा इस निर्णय का विरोध कर रही है।