मुर्शिदाबाद हिंसा: गृह सचिव ने बंगाल के चीफ सेक्रेटरी और DGP से बात की; मदद का दिया आश्वासन
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में सांप्रदायिक हिंसा के बीच केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की। केंद्र ने स्थिति पर नजर रखते हुए 300 बीएसएफ कर्मियों के साथ अतिरिक्त पांच कंपनियां तैनात कीं। राज्य को हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए संवेदनशील जिलों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए कदम उठाने की सलाह दी गई।

एएनआई, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सांप्रदायिक हिंसा की खबरों के मद्देनजर केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने शनिवार को राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए गृह सचिव ने राज्य प्रशासन को अन्य संवेदनशील जिलों पर भी कड़ी नजर रखने और जल्द से जल्द सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने की सलाह दी।
गृह सचिव ने कहा कि मुर्शिदाबाद में स्थानीय रूप से उपलब्ध लगभग 300 सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कर्मियों के अलावा, राज्य सरकार के अनुरोध पर अतिरिक्त पांच कंपनियां तैनात की गई हैं।
उन्होंने कहा कि "केंद्र भी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और राज्य को जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त जनशक्ति की तैनाती सहित हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।"
डीजीपी ने बयां की तनाव की स्थिति
पश्चिम बंगाल के डीजीपी ने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन काबू में है और इस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। डीजीपी ने आगे बताया कि वे स्थानीय स्तर पर तैनात बीएसएफ की सहायता ले रहे हैं और 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस बीच, कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक विशेष पीठ ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद में व्यापक हिंसा के मद्देनजर शनिवार को "तत्काल" केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया। इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
केंद्रीय बलों की तैनाती की उठ रही मांग
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय बलों की तैनाती और एनआईए जांच की मांग करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है। उनका प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता अनीश मुखर्जी ने कहा, "पिछले कई दिनों से, हम पूरे पश्चिम बंगाल राज्य में, खास तौर से मुर्शिदाबाद जिले में व्यापक हिंसा देख रहे हैं।"
वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा भड़क उठी। पुलिस ने कहा कि विरोध प्रदर्शन मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में हुआ, जिसके कारण आगजनी, पथराव और सड़क जाम की स्थिति पैदा हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में शनिवार सुबह भी स्थिति तनावपूर्ण बनी रही, हालांकि कोई नई घटना नहीं हुई। हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जहां हिंसा हुई थी।
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