कांकीनाड़ा में फिर ट्रेन रोककर प्रदर्शन, 3 घंटे बंद रही ट्रेनें
-नैहट्टी लोकल में पथराव से 15 यात्री जख्मी ट्रेन पर बम फेंकने का भी आरोप -7 जोड़ी लोक
-नैहट्टी लोकल में पथराव से 15 यात्री जख्मी, ट्रेन पर बम फेंकने का भी आरोप
-7 जोड़ी लोकल ट्रेनें रद, 17 ट्रेनें बीच रास्ते फंसी, आरपीएफ पर लगा उदासीनता का आरोप
जागरण संवाददाता, कोलकाता : भाटपाड़ा विधानसभा उपचुनाव के बाद भाजपा और तृणमूल समर्थकों के बीच शुरु हुआ संघर्ष मंगलवार को भी जारी रहा। इसके विरोध में दूसरे दिन भी कांकीनाड़ा स्टेशन के पास ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया गया। इसके चलते करीब 3 घंटे तक ट्रेन सेवा ठप रही। रेल प्रशासन ने एहतियातन सात जोड़ी लोकल ट्रेनों को रद कर दिया। जबकि 17 ट्रेनें बीच रास्ते में ही फंसी रहीं। उधर, स्टेशन में खड़ी नैहट्टी लोकल में असमाजिक तत्वों द्वारा पथराव किए जाने से करीब 15 यात्री जख्मी हो गए। ट्रेन पर देशी बम फेंकने का भी आरोप है। हालात बदतर होता देख पुलिस और रैफ की तैनाती की गई है। बता दें कि 19 मई को विधानसभा उपचुनाव के बाद से ही भाटपाड़ा और कांकीनाड़ा में भाजपा और तृणमूल समर्थकों के बीच संघर्ष शुरू हो गया था। जगह-जगह आगजनी और बमबाजी से लोग दहशत में आ गए थे। घटना के विरोध में गत सोमवार को कांकीनाड़ा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया गया था जिससे करीब 2 घंटे तक ट्रेन संचालन ठप हो गया था। सूत्रों के अनुसार रातभर चले सियासी हिंसा के विरोध में एक बार फिर मंगलवार सुबह करीब पौने नौ बजे एक पार्टी के समर्थक कांकीनाड़ा स्टेशन के पास रेल गेट संख्या 29टी पर पहुंच गए और ट्रैक पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके चलते सियालदह-नैहट्टी सेक्शन में ट्रेन संचालन ठप हो गया। आरोप है कि असमाजिक तत्वों ने स्टेशन में खड़ी डाउन नैहट्टी लोकल को निशाना बनाकर दो देशी बम फेंके। हालांकि बम ट्रेन में लगने की बजाए ट्रैक पर गिर गए थे। इसके बाद ट्रेन पर पथराव किया गया जिसमें करीब 15 यात्री मामूली रूप से जख्मी हो गए। घटना से मची अफरा तफरी के बीच यात्री ट्रेन से उतर कर सुरक्षित स्थान पर जा पहुंचे। हालांकि रेल प्रशासन ने पथराव व बम फेंकने की घटना से इंकार किया है। आरोप है कि सूचना के बावजूद आरपीएफ और जीआरपी मौके पर नहीं पहुंची। उधर, काफी देर बाद मौके पर पहुंची आरपीएफ ने दोपहर करीब 12 बजे प्रदर्शनकारियों को समझा कर ट्रैक खाली करवाया। इसके बाद ट्रेन संचालन सामान्य हो सका। घटना के चलते रेल प्रशासन ने एहतियातन 7 जोड़ी लोकल ट्रेनों को रद कर दिया। जबकि लोकल और 13104 भागीरथी एक्सप्रेस, 12384 आसनसोल-सियालदह इंटरसिटी एक्सप्रेस तथा 15048 पूर्वाचल एक्सप्रेस समेत 17 ट्रेनें बीच रास्ते में ही फंसी रही। इसके अलावा 7 लोकल ट्रेनों की सेवा को बीच रास्ते समाप्त कर दिया गया। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और रैफ की तैनाती की गई है। दूसरे दिन भी प्रदर्शन के चलते दैनिक यात्रियों को परेशानी से जूझना पड़ा। उधर, भाजपा का आरोप है कि मंगलवार सुबह पार्टी का एक कार्यकर्ता बाजार जा रहा था तभी पुलिस ने उसे बिना वजह गिरफ्तार कर लिया था। जबकि संघर्ष की घटना से उसका कोई लेनादेना नहीं था। इसके विरोध में ही रेल रोककर प्रदर्शन किया गया। बैरकपुर आरपीएफ ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।