Kolkata Durga Puja: कोलकाता में दुर्गा पूजा पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 10,000 जवानों समेत 400 चौकियां स्थापित
Kolkata Durga Puja दुर्गा पूजा में लोगों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के 10000 जवानों समेत कुल 17000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।विभिन्न स्थानों पर 400 चौकियां स्थापित की गयी हैं। इसके अलावा पीसीआर की 58 गाड़ियों और 41 रैपिड एक्शन फोर्स की टीमों को भी लगाया गया है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । कोलकाता पुलिस की ओर दुर्गापूजा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। चप्पे चप्पे पर पुलिस नजर रखेगी। दुर्गापूजा में कई बड़े पूजा पंडालों ने तृतीया से ही दर्शनार्थियों के लिए पंडाल खोल दिया। दुर्गापूजा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
महानगर कोलकाता इन दिन दुर्गापूजा की रंगीन रोशनाई में डूबा है। हर तरफ एक से एक पूजा पंडाल, लाईटों की सजावट और पूजा के जोश में उत्साहित लोग नजर आ रहे हैं। इधर पूजा को देखते हुए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। लोकप्रिय दुर्गा पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ने के साथ ही पूरे शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
होमगार्ड के 10,000 जवानों समेत 17,000 पुलिसकर्मी तैनात
दुर्गा पूजा में लोगों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के 10,000 जवानों समेत कुल 17,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर 400 चौकियां स्थापित की गयी हैं। इसके अलावा पीसीआर की 58 गाड़ियों और 41 रैपिड एक्शन फोर्स की टीमों को भी लगाया गया है। कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने कहा कि विजया दशमी और मूर्ति विसर्जन के दौरान भी सुरक्षाकर्मियों तैनात रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पुलिस की ओऱ से पूर्ण तैनाती आज दुर्गा पूजा की चतुर्थी के दिन शुरू हुई और यह तैनाती इस त्योहार के समापन तक लगातार बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि त्योहार के दिनों में यदि किसी जगह अधिक भीड़ जुटती है तो अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने कहा कि चाहे बारिश हो या अधिक भीड़-भाड़ हो, ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है।
कोलकाता में छोटी बड़ी 2500 दुर्गा पूजा
महानगर कोलकाता में छोटी बड़ी 2500 दुर्गा पूजा होती है। ऐसे में घर की पूजा औ बड़े पंडालों की पूजा के लिए सुरक्षा के अलग अलग इंतजाम होते हैं। घरों के लिए विसर्जन की तिथि भी तय होती है। वहीं बड़े पंडालों को इसमें रियायत होती है। अक्सर बड़े पंडाल दुर्गा प्रतिमा को तीन दिन बाद विसर्जित करते हैं।
बड़े पंडालों की प्रतिमाएं कार्निवल के लिए
वहीं कई बड़े पंडालों की प्रतिमाएं कार्निवल के लिए रखी जाती है। दुर्गा पूजा के दौरान भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दो अक्टूबर को महासप्तमी के दिन वर्षा होने का अनुमान लगाया है, उसे ध्यान में रखकर लोगों ने पहले से ही पूजा पंडाल जाने की योजना बना ली है। लोग नये-नये कपड़ों में श्रद्धालु लोकप्रिय पूजा पंडालों में जा रहे हैं। उनमें से कई पंडालों का पहले ही उद्घाटन कर दिया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले दिनों में चेतला अग्रणी, श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब, सुरूचि संघ जैसे भारी भीड़ वाले पंडालों समेत कई दुर्गापूजा पंडालों का उद्घाटन किया।
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