रेलवे बजट में बंगाल को तीन स्पेशल ट्रेनों की सौगात, कोलकाता और उत्तरी बंगाल के बीच बढ़ेगी कनेक्टिविटी
विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल के लिए केंद्र सरकार ने आम बजट-2021 में खजाना खोलने यानी सबसे अधिक आवंटन के बाद अब ट्रेनों की सौगात दी है। रेलवे ने तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेन कोलकाता और उत्तर बंगाल के बीच चलाने का ऐलान किया है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल के लिए केंद्र सरकार ने आम बजट-2021 में खजाना खोलने यानी सबसे अधिक आवंटन के बाद अब ट्रेनों की सौगात दी है। रेलवे ने तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेन कोलकाता और उत्तर बंगाल के बीच चलाने का ऐलान किया है। यही नहीं रेल मंत्रालय ने सस्ते और सुरक्षित परिवहन का लाभ देने का वादा भी किया है। बता दें कि कोरोना काल के चलते कई रूटों पर नियमित ट्रेनों का आवागमन बंद चल रहा है। इस बीच रेलवे ने बंगाल के लिए तीन स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है।
खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बंगाल में तीन स्पेशल ट्रेनों के शुरू होने की जानकारी दी है। गोयल ने ट्वीट कर कहा, बंगाल में तीन स्पेशल ट्रेन शुरू की जा रही है। इन ट्रेनों के परिचालन से राजधानी कोलकाता और उत्तर बंगाल के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इन क्षेत्रों के निवासियों को सस्ते व सुरक्षित परिवहन का लाभ मिलेगा।
ये ट्रेनें चलेंगी
जानकारी के मुताबिक, जो तीन स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई है उसमें ट्रेन नंबर 03147/03148 सियालदह-बामनहाट-सियालदह के बीच छह फरवरी से शुरू होगी। दूसरी ट्रेन (03149/03150) सियालदह-अलीपुरद्वार- सियालदह के बीच आठ फरवरी से शुरू होगी। तीसरी ट्रेन (02261/02262) कोलकाता-हलदीबारी - कोलकाता के बीच छह फरवरी से शुरू होगी। बता दें कि इससे पहले 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती (पराक्रम दिवस) पर कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक कालका मेल का नाम नेताजी एक्सप्रेस के नाम से चलाने की घोषणा की थी। इसके बाद उसी दिन देर रात से नेताजी एक्सप्रेस के नाम से कालका मेल हावड़ा स्टेशन से चलनी शुरू हो गई।
रेल बजट में भी बंगाल को मिला सबसे अधिक आवंटन
बता दें कि इससे पहले बंगाल को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए रेल बजट में 6636 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक दिन पहले गुरुवार को दावा किया कि यह भारतीय रेलवे के इतिहास में राज्य के लिए आवंटित सबसे अधिक राशि है। उन्होंने कहा कि यह बजट पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के 2009-14 के दौरान आवंटित राशि का 2.5 गुना और पिछले साल के बजट से 26 फीसद अधिक है। बंगाल में अप्रैल-मई में ही विधानसभा होने हैं। गोयल ने यह भी कहा कि राज्य में अभी रेलवे से जुड़ी 53 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की वजह से परियोजनाओं में देरी हो रही है। राज्य में 45 साल पुरानी परियोजनाएं तक लंबित है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की कि वे इस प्रक्रिया को तेज करें और हमें जमीन उपलब्ध कराएं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।