Dana Cyclone: बंगाल में आंधी-तूफान के कारण तीन नाव पलटी, हिलसा मछलियां पकड़ने गए 16 मछुआरे लापता
पश्चिम बंगाल में जल्द ही डाना चक्रवात दस्तक देगा। चक्रवात के आने से पहले ही बंगाल के शमशेरगंज और फरक्का इलाकों में आंधी-तूफान की चपेट में आकर तीन नावे ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चक्रवात डाना का असर देखने को मिल रहा है। अभी चक्रवात आया भी नहीं है और उसके आने से पहले ही बंगाल के शमशेरगंज और फरक्का इलाकों में आंधी-तूफान की चपेट में आकर तीन नावें पलट गईं। बता दें कि नाव पर सवार 16 मछुआरे लापता हैं। आपदा प्रबंधन दल उन्हें तलाश रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चक्रवात को लेकर प्रशासन की ओर से जारी की गई चेतावनी के बावजूद बुधवार शाम शमशेरगंज में दो और फरक्का में एक नाव पर सवार होकर मछुआरे गंगा नदी में हिलसा मछलियां पकड़ने गए थे।
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शाम ढलने के बाद अचानक आए आंधी-तूफान में तट से थोड़ी दूरी पर तीनों नाव पलट गईं। उनमें सवार 20 मछुआरे नदी में गिर गए। तट पर मौजूद लोगों की मदद से चार का उद्धार कर लिया गया। बाकी 16 का पता नहीं चल पाया है। पुलिस आपदा प्रबंधन दल की मदद से उन्हें तलाश रही है।
बुधवार से मछुआरों के समुद्र में जाने पर रोक
डाना साइक्लोन को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। बुधवार से इसपर पूरी तरह रोक रहेगी। तटवर्ती क्षेत्रों में लगातार माइकिंग करके भी लोगों को सतर्क किया जा रहा है। ममता ने कहा कि चक्रवात से दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। साथ ही पड़ोसी जिले भी प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि तेज हवा के साथ भारी बारिश होगी। सभी डीएम-एसपी को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को हटाकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाने का निर्देश दिया गया है।

प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
सीएम ममता ने कहा कि राज्य और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ व एनडीआरएफ) को भी तैनात किया गया है। तटवर्ती जिलों में फेरी सेवा भी बुधवार से निलंबित रहेंगी, जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती। इसके अलावा राज्य सरकार ने तटीय इलाकों में पर्यटकों की आवाजाही को नियंत्रित करने का भी आदेश दिया है। ममता ने कहा कि संबंधित जिलों में पर्याप्त राहत सामग्री की भी व्यवस्था की गई है। राज्य व जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।

राष्ट्रपति का निर्धारित दौरा भी रद्द
वहीं, चक्रवात को लेकर ओडिशा में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही राष्ट्रपति का निर्धारित दौरा भी रद्द कर दिया गया है। ओडिश में सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। ओडीआरएएफ की 17 टीमें तैनात की गई है। पर्यटकों से 24 व 25 अक्टूबर को पुरी की यात्रा न करने की सलाह दी गई है।

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