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    Bengal post-poll violence: भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या की जांच कर रहे सीबीआइ अधिकारी की हुई छुट्टी, नए अधिकारी को जिम्मा

    By Babita KashyapEdited By:
    Updated: Sat, 30 Apr 2022 08:11 AM (IST)

    पिछले साल बंगाल विधानसभा चुनाव में हुई हिंसा के दौरान भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्‍या मामले में जांच कर रहे सीबीआइ अधिकारी को हटा दिया गया है। जांच का जिम्‍मा अब नए अधिकारी को सौंप दिया गया है।

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    भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या की जांच कर रहे सीबीआइ अधिकारी को जांच से हटा दिया गया है

    कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा में मृत भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या की जांच कर रहे सीबीआइ अधिकारी को इस मामले की जांच प्रक्रिया से अचानक हटा दिया गया है। इस मामले की जांच के लिए अब नए अधिकारी को जिम्मा सौंपा गया है। जानकारी के मुताबिक, जिन्हें जांच का जिम्मा अब सौंपा गया है, वह सीबीआइ में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत है। इसके पहले डीएसएपी रैंक के अधिकारी अजय कुमार जांच कर रहे थे, लेकिन उनकी जांच की प्रगति से पीड़ित परिवार खुश नहीं था। इसको लेकर पीड़ित परिवार आपत्ति भी जता चुका था। परिवार ने चार्जशीट में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता परेश पाल और स्वप्न समद्दर का नाम नहीं रहने पर सवाल उठाया था।

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    उल्लेखनीय है कि पिछले साल दो मई को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के दिन राजधानी कोलकाता के बेलियाघाटा इलाके में अभिजीत की हत्या कर दी गई थी। परिवार और पार्टी ने इस हत्या के लिए सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के गुंडों को जिम्मेदार ठहराया था। कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर इस हत्याकांड की जांच भी सीबीआइ कर रही है। बता दें कि बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मद्देनजर लायर्स फार जस्टिस फोरम के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को ही दिल्ली राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से मुलाकात की है। प्रतिनिधिमंडल ने बंगाल में चुनाव बाद हिंसा को लेकर राष्ट्रपति से न्याय की फरियाद करते हुए राज्य में अनुच्छेद 355 लगाने की मांग की। चुनावी हिंसा के शिकार पीड़ित और फोरम के प्रतिनिधि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात करने वाले हैं।

    इसमें मृत अभिजीत सरकार के परिवार के लोग भी शामिल होंगे। वहीं, गृह मंत्री से मुलाकात के पहले सीबीआइ के जांच अधिकारी को हटाया जाना महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बता दें कि इससे पहले परिवार ने आरोप लगाया था कि कोलकाता पुलिस मामले की ठीक से जांच नहीं कर रही है और हत्या के लिए जिम्मेदार तृणमूल गुंडों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जो न केवल खुला घूम रहे हैं, बल्कि परिवार के सदस्यों को धमकी भी दे रहे हैं।

    बता दें कि अभिजीत के भाई बिस्वजीत सरकार ने कलकत्ता हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में अपने भाई की मौत की जांच के लिए याचिकाएं दायर की थी। हाई कोर्ट में अभिजीत की हत्या का मामला चल रहा है। हाल में हाई कोर्ट ने अभिजीत की मां और भाई को उचित आर्थिक मुआवजा देने का भी राज्य सरकार को निर्देश दिया है।