पीठ परिषद और आदित्य वाहिनी एवं आनंद वाहिनी का उद्देश्य हिंदुओं के अस्तित्व और आदर्श की रक्षा, भारत की अखंडता है
महाराज श्री का अभियान सनातनी हिंदुओं को सुबुद्ध सत्य सहिष्णु और स्वावलम्बी बनाना है। उनका ध्येय है कि सत्तालोलुपता और अदूरदर्शिता के वशीभूत राजनेताओं ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। श्री गोवर्द्धनमठ - पुरी पीठाधीश्वर शङ्कराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती महाराज का प्राकट्य दिवस आस्था, भक्ति भाव से सत्संग भवन में राष्ट्रोत्कर्ष दिवस के रूप में मनाया गया । वायुसेना पदक से अलंकृत विंग कमाण्डर डी जे क्लेर, समाजसेवी अशोक झा, सुनील अग्रवाल, संयोजक नीलम झा, मुकेश चतुर्वेदी, मालचन्द चांडक, उषा गुप्ता, गोपा चटर्जी, चन्द्रकान्त झा, राधा दत्ता, मनोज शर्मा, बेला बनर्जी, चन्द्राणी चटर्जी एवं कार्यकर्ताओं ने शंकराचार्य निश्चलानंद जी के स्वस्थ, दीर्घायु जीवन की कामना की ।
भक्ति भजनों की प्रस्तुति एवं सुन्दरकाण्ड पाठ से सभी भाव विभोर हो गये। नीलम झा, अशोक झा एवं वक्ताओं ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी द्वारा स्थापित पीठ परिषद और उसके अंतर्गत आदित्य वाहिनी एवं आनन्द वाहिनी का मुख्य उद्देश्य सभी के हित का ध्यान रखते हुए हिन्दुओं के अस्तित्व और आदर्श की रक्षा, देश की सुरक्षा और अखण्डता है |
महाराज श्री का अभियान सनातनी हिंदुओं को सुबुद्ध, सत्य सहिष्णु और स्वावलम्बी बनाना है | उनका ध्येय है कि सत्तालोलुपता और अदूरदर्शिता के वशीभूत राजनेताओं की चपेट से भारत को मुक्त कराया जाये । महामंडलेश्वर स्वामी परमात्मानंद महाराज, स्वामी त्रिभुवनपुरी महाराज, आचार्य श्रीकान्त शास्त्री, पंडित लक्ष्मीकान्त तिवारी, विनय दुबे, मूलचन्द राठी, संजय उपाध्याय, डॉ. प्रेम शंकर त्रिपाठी, दीपक मिश्रा ने अपने संदेश में कहा स्वामी निश्चलानंद जी का व्यक्तित्व, कृतित्व सनातन हिन्दू धर्म के प्रति समर्पित है । राजेन्द्र कुमार सोनी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया ।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।