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    सुवेंदु अधिकारी बोले- विधानसभा में ग्रुप डी की नियुक्ति में हुआ है भ्रष्टाचार, स्पीकर व संसदीय कार्यमंत्री ने आरोपों को किया खारिज

    By Vijay KumarEdited By:
    Updated: Wed, 06 Jul 2022 10:22 PM (IST)

    हमारे पास इसके भी सबूत हैं कि विधानसभा में कई ऐसे लोग हैं जिन्हें फर्जी मार्कशीट के आधार पर नौकरी मिली है। जिन लोगों को 8वीं और 10वीं पास करने के बाद नौकरी दी गई है उनमें से ज्यादातर को फर्जी मार्कशीट से नौकरी मिली है।

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    सुवेंदु अधिकारी ने विधानसभा में हुई ग्रुप डी कर्मियों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया

    राज्य ब्यूरो, कोलकाताः नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने विधानसभा में हुई ग्रुप डी कर्मियों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। वह बुधवार को श्यामाप्रसाद मुखर्जी के जन्मदिन के अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए विधानसभा पहुंचे थे। वहां एक सवाल के जवाब में नंदीग्राम के विधायक ने कहा कि 2011 से ही विधानसभा की नियुक्ति में भ्रष्टाचार हुआ है। हमारे पास कुछ सबूत हैं। हम उन्हें बहुत जल्द आपके सामने पेश करेंगे।

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    उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा में ग्रुप डी के पदों पर जिन लोगों की नियुक्ति हुई है, उनमें ज्यादातर दक्षिण 24 परगना के रहने वाले हैं। हमारे पास इसके भी सबूत हैं कि विधानसभा में कई ऐसे लोग हैं जिन्हें फर्जी मार्कशीट के आधार पर नौकरी मिली है। जिन लोगों को 8वीं और 10वीं पास करने के बाद नौकरी दी गई है, उनमें से ज्यादातर को फर्जी मार्कशीट से नौकरी मिली है। उनकी मार्कशीट राज्य के बाहर से लाई गई है।

    हालांकि, विधानसभा स्पीकर बिमान बनर्जी ने नेता प्रतिपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया। इस आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि विधानसभा में ग्रुप डी के सदस्यों की नियुक्ति में सभी नियमों का पालन किया गया है। जैसे पुलिस वेरिफिकेशन हुआ, वैसेसे मेडिकल जांच भी हुई। वह इस तरह के आरोप लगाकर बंगाल की जनता को गुमराह कर रहे हैं। लोगों के दरवाजे तक नहीं पहुंच पाने के कारण उन्होंने बार-बार कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसका मतलब है कि उन्हें लोगों का विश्वास नहीं है। वहीं तृणमूल विधायक व पूर्व परिवहन मंत्री मदन मित्रा ने कहा कि इसे लेकर पहले ही विरोध क्यों नहीं किया?

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    स्पीकर को नहीं पता कृष्णा कल्याणी भाजपा छोड़कर तृणमूल में शामिल हो चुके हैं

    राज्य ब्यूरो, कोलकाताः सभी को हैरानी में डालते हुए विधानसभा स्पीकर बिमान बनर्जी ने बुधवार को कहा कि विधानसभा के किसी भी दस्तावेज में इस बात का जिक्र नहीं है कि भाजपा छोड़कर कृष्णा कल्याणी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इसलिए उन्हें उनके तृणमूल में शामिल होने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि जो किया है, कानून के मुताबिक किया है। मुकुल के हटने के बाद भी बहस थमी नहीं। स्पीकर ने रायगंज के विधायक कृष्ण कल्याणी को विधानसभा की लोक लेखा समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है जिसे लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। बताते चलें कि कुछ माह पहले ही कृष्ण कल्याणी संसदीय कार्यमंत्री पार्थ चटर्जी व तृणमूल विधायक विवेक गुप्ता की मौजूदगी में तृणमूल का झंडा थामा था और उनकी यह फोटो अभी इंटरनेट मीडिया से लेकर हर जगह उपलब्ध है।

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    उनके आंदोलन के लिए जगह कम होती जा रही हैः स्पीकर

    भाजपा ने दावा किया कि कृष्ण कल्याणी विधायक दल द्वारा पीएसी के अध्यक्ष के रूप में अनुशंसित छह नामों में से नहीं है। इस मुद्दे पर स्पीकर ने कहा कि उनके नाम पर पीएसी अध्यक्ष बनाने की कोई बाध्यता नहीं है। जो कुछ भी किया गया है वह कानून के मुताबिक किया गया है।

    जब मुकुल राय को लोक लेखा समिति का अध्यक्ष बनाया गया तो भाजपा अदालत गई थी। हालांकि, मुकुल ने बीमारी के चलते पद से इस्तीफा दे दिया था। रायगंज विधायक कृष्णा कल्याणी को इस बार पीएसी अध्यक्ष बनाया गया है। भाजपा का दावा है कि कृष्णा कल्याणी ने उनका टिकट जीत लिया और तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। इसलिए बीजेपी संसदीय दल ने इस मुद्दे पर कोर्ट जाने की चेतावनी दी है। इसे लेकर स्पीकर ने कहा कि उनके(भाजपा)आंदोलन के लिए जगह कम होती जा रही है।