सुवेंदु अधिकारी ने किया चौंकानेवाला दावा, बंगाल में 2024 में एक साथ होंगे लोकसभा व विधानसभा चुनाव
नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि राज्य में 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे। उन्होंने कहा कि अगले बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए 2026 तक इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह 2024 में लोकसभा चुनाव के साथ ही होगा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व नंदीग्राम से भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी (Leader of opposition Suvendu Adhikari) ने दावा किया है कि राज्य में 2024 में लोकसभा चुनाव (General Election 2024) और विधानसभा चुनाव (Bengal Assembly Election) एक साथ होंगे। उन्होंने कहा कि अगले बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए 2026 तक इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह 2024 में लोकसभा चुनाव के साथ ही होगा।
भंग करना पड़ेगा विधान सभा
गौरतलब है कि इससे पहले बंगाल में 1991 में लोकसभा व विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे। उस समय राज्य में एक साल पहले ही चुनाव हुआ था। बंगाल में पिछला विधानसभा चुनाव 2021 में हुआ था, जिसमें तृणमूल कांग्रेस ने जबर्दस्त बहुमत के साथ लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की थी। उस हिसाब से अगला विधानसभा चुनाव 2026 में होना है लेकिन सुवेंदु ने यह दावा करके सबको चौंका दिया है। उन्होंने इसके पीछे तर्क देते हुए कहा है कि बंगाल में कानून-व्यवस्था की जो स्थिति है और कोषागार जिस तरह से खाली होता जा रहा है, उससे तृणमूल को अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले ही विधानसभा भंग करना पड़ेगा।
तृणमूल का पलटवार
इसपर पलट जवाब देते हुए तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा-'सभी एक-एक करके भाजपा छोड़ रहे हैं। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के सामने उसके बंगाल के नेताओं की विश्वसनीयता रसातल पर चली गई है। ऐसी स्थिति में मुंह बचाने के लिए इस तरह की बातें कही जा रही हैं। सुवेंंदु खुद भी जानते हैं कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। गौरतलब है कि तृणमूल छोड़कर भाजपा में जाने के बाद से ही सुवेंदु ममता बनर्जी की सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं और विभिन्न मुद्दों को लेकर निशाना साधते रहते हैं। राज्य सरकार की तरफ से कुछ दिन पहले सुवेंदु को लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए राज्य सचिवालय नवान्न में हुई बैठक में विधानसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर आमंत्रित किया गया था, लेकिन सुवेंदु ने उसमें शामिल होने से भी साफ इन्कार कर दिया था। उस बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शरीक हुई थीं।