'सीएम चाहे तो मांगे हो सकती पूरी', नौकरी से निकाले गए शिक्षकों ने किया विकास भवन का घेराव; ममता से हस्तक्षेप करने की मांग
एसएससी भर्ती घोटाले में नौकरी से निकाले गए शिक्षकों ने विकास भवन का घेराव किया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हस्तक्षेप की मांग की। योग्य शिक्षक अधिकार मंच के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री चाहें तो उनकी मांगें पूरी हो सकती हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज भी किया।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। एसएससी भर्ती घोटाले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नौकरी से निकाले गए शिक्षकों ने गुरुवार को शिक्षा विभाग के साल्टलेक स्थित कार्यालय विकास भवन का घेराव किया।
उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। ‘योग्य शिक्षक अधिकार मंच’ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री चाहें तो उनकी मांगों को पूरा कर सकती हैं, क्योंकि उनके पास सर्वोच्च अधिकार हैं।
पुलिस ने किया हल्के बल का प्रयोग
घेराव के दौरान शिक्षकों ने कार्यालय में घुसने का प्रयास किया, जिसपर वहां तैनात पुलिसकिर्मियों ने उन्हें रोका। दोनों पक्षों के बीच मार-पीट हुई। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें कुछ लोगों को चोटें आई हैं।
शिक्षकों का विरोध-प्रदर्शन देर शाम तक जारी रहा। आंदोलनकारी शिक्षकों ने मांग की कि राज्य सरकार और एसएससी तत्काल ‘योग्य’ शिक्षकों की सूची जारी करे। इस सूची के जारी होने पर योग्य शिक्षकों की नौकरी को संरक्षित किया जा सकेगा।
जानिए क्या बोले शिक्षक?
मंच के संयोजक महबूब मंडल ने कहा-‘हम गत सात मई से राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु से मिलने का प्रयास कर रहे हैं, हालांकि उनके कार्यालय की ओर से अब तक कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिला है।
शिक्षकों का कहना है कि हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था, इस कारण हमें विरोध-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होना पड़ा। हम चाहते हैं कि योग्य शिक्षकों को उनकी नौकरी सम्मान के साथ वापस मिले।’ मालूम हो कि गत तीन अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने करीब 26,000 शिक्षकों व गैर-शिक्षकों को नौकरी से हटाने का आदेश दिया था।
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