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Kolkata News : एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट इलाकों में शुमार सोनागाछी में यौन वर्करों की दुर्गापूजा को मिला पुरस्कार

Kolkata News पुरस्कृत-दुर्गापूजा के आयोजन के प्रति उनके उत्साह को देखते हुए प्रदान किया गया ट्रू स्प्रिट पूजा अवार्ड। वैसे भी कोलकाता के रेडलाइट इलाके सोनागाछी में 2013 से होता आ रहा है इस दुर्गापूजा कार्यक्रम का आयोजन।

By Vijay KumarEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 07:06 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 07:06 PM (IST)
Kolkata News : एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट इलाकों में शुमार सोनागाछी में यौन वर्करों की दुर्गापूजा को मिला पुरस्कार
यौन वर्करों के लिए दुर्गा पूजा का आयोजन करना आसान नहीं रहा था।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट इलाकों में शुमार सोनागाछी में आयोजित होने वाली यौन वर्करों की दुर्गा पूजा को पुरस्कृत किया गया है। यह पुरस्कार दुर्गापूजा के आयोजन के प्रति उनके उत्साह को देखते हुए प्रदान किया गया है। गौरतलब है कि सोनागाछी में यौन वर्कर 2013 से दुर्गापूजा का आयोजन करती आ रही हैं। यौन वर्करों के कल्याण के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन दुर्बार महिला समन्वय समिति की छत्रछाया में इसका आयोजन होता है। 

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दुर्गा पूजा का आयोजन करना आसान नहीं रहा था

दुर्बार महिला समन्वय समिति की एडवोकेसी आफिसर महाश्वेता मुखर्जी ने बताया-'यह पुरस्कार यौन वर्करों की दुर्गापूजा को मान्यता प्रदान करने जैसा है। इससे निश्चित रूप से उनका उत्साह और बढ़ेगा और वे भविष्य में और भी बेहतर तरीके से दुर्ग पूजा का आयोजन करने के लिए प्रेरित होंगे। महाश्वेता मुखर्जी ने आगे कहा-'यौन वर्करों के लिए दुर्गा पूजा का आयोजन करना आसान नहीं रहा था।

2013 में अदालत की अनुमति से पूजा शुरू की गई थी

2013 में जब उन्होंने इसका प्रस्ताव रखा था तो काफी विरोध का सामना करना पड़ा था। पुलिस ने भी अनुमति देने से इन्कार कर दिया था। इस कारण कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा था अदालत की अनुमति से पूजा शुरू की गई थी। उसके बाद भी विभिन्न तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा था। पुरस्कार मिलने से ऐसा लग रहा है कि समाज में यौन वर्करों की दुर्गा पूजा को मान्यता मिलनी शुरू हो गई है।

यौन वर्करों की पूजा को 'ट्रू स्प्रिट पूजा अवार्ड से पुरस्कृत 

करने वाले वेब पोर्टल से जुड़े विनय कुमार ने बताया कि यौन वर्कर सही मायने में इस पुरस्कार के हकदार हैं। समाज में घोर उपेक्षित होने के बावजूद वे समाज में अपना योगदान करते रहते हैं। दुर्गापूजा के आयोजन को लेकर हर साल उनका उत्साह देखते बनता है इसलिए हमने उन्हें पुरस्कृत करने का फैसला किया।

मां से प्रार्थना-पूरी दुनिया स्वाभाविक लय में लौट आए

दुर्बार दुर्गोत्सव कमेटी की सचिव काजल बोस ने बताया-'हमारी 10 यौन वर्करों की टीम है, जो पूजा का सारा कामकाज देख रही है। हम मां दुर्गा से यही प्रार्थना करेंगे कि इस महामारी का जल्द से जल्द अंत हो और पूरी दुनिया अपने स्वाभाविक लय में लौट आए। हम उनसे यौन वर्करों के लिए भी मंगल कामना करेंगे।' सोनागाछी में करीब 10 हजार यौन वर्कर हैं।


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