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    दक्षिण पूर्व रेलवे की अब तक 250 ट्रेनें रद, एसटी दर्जे की मांग पर कुर्मी समुदाय का आंदोलन पांचवे दिन जारी,

    By Sumita JaiswalEdited By:
    Updated: Sat, 24 Sep 2022 12:32 PM (IST)

    बंगाल में पिछले पांच दिनों से जारी कुर्मी समुदाय के लोगों के प्रदर्शन के कारण दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर) के दो खंडों पर ट्रेन सेवा और राष्ट्रीय राजमार ...और पढ़ें

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    रेलवे पटरियों पर मंगलवार से ही धरना दे रहे हैं प्रदर्शनकारी। सांकेतिक तस्‍वीर।

    कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में पिछले पांच दिनों से जारी कुर्मी समुदाय के लोगों के प्रदर्शन के कारण दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर) के दो खंडों पर ट्रेन सेवा और राष्ट्रीय राजमार्ग छह पर वाहनों की आवाजाही शनिवार को लगातार पांचवें दिन प्रभावित है।अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रवक्ता आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि प्रदर्शनकारी पुरुलिया जिले के आद्रा मंडल के कुस्तौर में और पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर मंडल के खेमासुली में रेलवे पटरियों पर जमा हैं, जिसके कारण शनिवार को भी एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों को रद करना पड़ा है, कई की गंतव्य से पहले यात्रा समाप्त की गई और कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन के चलते बीते पांच दिनों में अब तक दक्षिण पूर्व रेलवे को करीब 250 ट्रेनों को रद करना पड़ा है। साथ ही इस अवधि में बड़ी संख्या ट्रेनों के मार्ग परिवर्तन के साथ दर्जनों ट्रेनों की गंतव्य से पहले यात्रा समाप्त की गई है।

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    आम लोगों की बढ़ी परेशानी 

    कुर्मी समुदाय के लोग अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने के अलावा कुरमाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की  मांग कर रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को सुबह चार बजे से बंगाल, ओडिशा और झारखंड में कई रेलवे स्टेशनों पर आंदोलन शुरू किया था।

    हालांकि, उसी दिन शाम में अन्य सभी स्टेशनों पर जाम हटा लिया गया लेकिन यह खेमासुली और कुस्तौर में जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने  खेमासुली में राष्ट्रीय राजमार्ग को भी बाधित किया जिससे कई मालवाहक वाहन और बसें मार्ग पर फंसी रहीं और वाहनों की कई किलोमीटर लंबी कतार लग गई।

    ट्रक चालकों ने कहा कि  उनके खाने-पीने का सामान लगभग खत्म हो गया है। एक ट्रक ड्राइवर ने कहा, हमलोग चार दिन से फंसे हुए हैं, हमारे खाने-पीने का सामान खत्म हो गया है और हमें दिक्कत हो रही है। रात में सुरक्षा की समस्या होती है। सूत्रों ने बताया कि सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करने की उम्मीद है। इसके बाद आंदोलन समाप्त होने की संभावना है।