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सातवां कोलकाता लिटरेचर फेस्टिवल शुरू, कोलकाता साहित्य महोत्सव में कई हस्तियां करेंगी शिरकत

44वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में आयोजित सातवें लिटरेचर फेस्टिवल का बांग्ला फिल्म अभिनेता सौमित्र चट्टोपाध्याय ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 01:18 PM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 01:18 PM (IST)
सातवां कोलकाता लिटरेचर फेस्टिवल शुरू, कोलकाता साहित्य महोत्सव में कई हस्तियां करेंगी शिरकत
सातवां कोलकाता लिटरेचर फेस्टिवल शुरू, कोलकाता साहित्य महोत्सव में कई हस्तियां करेंगी शिरकत

कोलकाता, जागरण संवाददाता। 44वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में आयोजित सातवें लिटरेचर फेस्टिवल का गुरुवार को बांग्ला फिल्म अभिनेता सौमित्र चट्टोपाध्याय ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने 'एखून' पत्रिका व महान फिल्मकार सत्यजीत रे का जिक्र किया।

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मेला प्रांगण में बने स्टेट बैंक सभागार में गुरुवार से शुरू हुआ तीन दिवसीय लिटरेचर फेस्टिवल आठ फरवरी तक चलेगा। विभिन्न देशों से आए कई विशिष्ट अतिथियों ने उद्घाटन समारोह में हिस्सा लिया। इस बार दिवंगत साहित्यकार नवनीता देवसेन के स्मरण में आयोजित विशेष सत्र को उनकी पुत्री नंदना देवसेन संबोधित करेंगी। इसके अलावा रूसी साहित्य पर भी परिचर्चा सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देशों के साहित्यकार शामिल होंगे।

हर दिन संगीत संध्या कार्यक्रम में मशहूर गायिका ऊषा उत्थुप और देवज्योति मिश्रा परफार्म करेंगे। साल्टलेक स्थित सेंट्रल पार्क में आयोजित पुस्तक मेले में ऐसे तो पुस्तक प्रेमियों की भीड़ हर रोज उमड़ रही है, बावजूद इसके आयोजन कमेटी के सदस्यों का कहना है कि साहित्य महोत्सव के दौरान यहां अधिक लोगों के आने की उम्मीद है, जिसे देखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

44वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले के तहत होने वाले तीन दिवसीय कोलकाता साहित्य महोत्सव में रूस के चार प्रतिष्ठित साहित्यकार, कांग्रेस सांसद शशि थरूर समेत कई हस्तियां शिरकत करेंगी। कोलकाता साहित्य महोत्सव की निदेशक सुजाता सेन ने बताया कि गुरुवार को पहले दिन प्रख्यात रूसी लेखक एवं पुस्तक समीक्षक गैलिना युजोफिच ने साहित्यिक संबंधों पर अपने विचार व्यक्त किए।

दूसरे दिन यानी शुक्रवार को लेखक एना गोंचारोवा और नताल्या वोल्कोवा यहां पहुंचेंगे, जो आधुनिक दिनों में परियों की कहानियों पर अपने विचार रखेंगे। तीसरे और आखिरी दिन शनिवार को कांग्रेस सांसद शशि थरूर यहां शिरकत करेंगे और वे 'डिस्ऑर्डर, डार्कनेस एंड द थरूर वे' नामक सत्र को संबोधित करेंगे। महोत्सव में हिस्सा लेने वाले अन्य लोगों में समाजशास्त्री आशीष नंदी, इतिहासकार अपर्णा वैदिक, प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सिरकर आदि हैं। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष रूस पुस्तक मेले की थीम कंट्री है। 


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