सनसनीखेज: कोलकाता की जेल से दो तस्कर देशभर में संचालित कर रहे थे जाली नोटों की तस्करी का धंधा
कोलकाता की जेल से ही बैठकर दो तस्कर देशभर में जाली नोट की तस्करी का धंधा संचालित कर रहे थे। बांग्लादेश से जाली नोटों को बिहार उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में खपाने का पूरा धंधा यही दोनों चलाते थे।

राज्य ब्यूरो कोलकाता! कोलकाता की जेल से ही बैठकर दो तस्कर देशभर में जाली नोट की तस्करी का धंधा संचालित कर रहे थे। बांग्लादेश से जाली नोटों को बिहार, उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में खपाने का पूरा धंधा यही दोनों चलाते थे। बिहार में हुई जाली नोट की तस्करी की एक घटना की जांच करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को ऐसी चौंकाने वाली जानकारी मिली है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी पूरे मामले की जांच में जुट गई है
एनआइए सूत्रों के अनुसार ज़ुल्कर शेख नामक एक वाहक ( कैरियर) को दो फरवरी, 2019 को चार लाख रुपये के जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसे पटना पुलिस ने बिहार में गिरफ्तार किया था। बाद में एनआइए को इस घटना के बारे में पता चला कि जाली नोट बांग्लादेश से मालदा के वैष्णवनगर पुलिस स्टेशन के घोसलटोला गांव के सलीम शेख के माध्यम से आए थे। शाहनवाज शेख और मन्नालाल चौधरी ने सलीम को जाली नोट लाने का आदेश दिया था। एनआइए ने उनके नाम का पता लगते ही दोनों की खोज शुरू कर दी।
जांच में एनआइए को जानकारी मिली कि शाहनवाज और मन्नालाल लंबे समय से कोलकाता में एक जेल में कैद हैं। लेकिन उन्होंने जाली नोटों का कारोबार नहीं छोड़ा। वे बांग्लादेश से अपने एजेंटों के माध्यम से जाली नोटों को लाकर बिहार, उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में खपाने का पूरा धंधा यहीं से संचालित करते थे। वे जेल में रहने के दौरान बांग्लादेश के व्यापारियों के साथ संवाद करते थे । सूत्रों के मुताबिक वाहक जेल में उनसे मिलते थे। वे मालदा और मुर्शिदाबाद की सीमा के माध्यम से बांग्लादेश में निर्मित नोट लाते थे।इस नेटवर्क से कई अन्य लोग जुड़े हैं। एनआइए ने मालदा और मुर्शिदाबाद के विभिन्न इलाकों में उनकी तलाश शुरू कर दी है।

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