सारधा समूह की संपत्ति की 17 अक्टूबर को नीलामी करेगा SEBI, लाखों लोगों से ठगे थे चार हजार करोड़
Sarda Group News भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) बंगाल में स्थित सारधा समूह की संपत्ति की नीलामी करेगा। सेबी ने संपत्ति की बिक्री में मदद के लिये क्विकर रियल्टी और ई-नीलामी की सुविधा प्रदाता के रूप में सी1 इंडिया को नियुक्त किया है। ये बता दें कि 17 लाख जमाकर्ताओं से लगभग 4 हजार करोड़ रुपये ठगे गए थे।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बाजार नियामक सेबी अगले महीने सारधा चिटफंड समूह की कंपनियों की संपत्ति की नीलामी करेगी। अवैध योजनाओं के माध्यम से जनता से जुटाये गये धन की वसूली के लिये संपत्ति की नीलामी तीन करोड़ रुपये से अधिक के आरक्षित मूल्य पर की जाएगी।
17 अक्टूबर को होगी नीलामी
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक नोटिस में कहा है कि बंगाल में स्थित सारधा समूह की संपत्ति की नीलामी की जाएगी। ई-नीलामी 17 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे के बीच आयोजित की जाएगी। संपत्ति का आरक्षित मूल्य 3.68 करोड़ रुपये रखा गया है। सेबी ने संपत्ति की बिक्री में मदद के लिये क्विकर रियल्टी और ई-नीलामी की सुविधा प्रदाता के रूप में सी1 इंडिया को नियुक्त किया है।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद हो रही नीलामी
अधिकारियों ने कहा कि यह नीलामी कलकत्ता हाईकोर्ट के जून 2022 में एक आदेश पारित करने के बाद हो रही है। अदालत ने अपने आदेश में सेबी को सारधा समूह की कंपनियों की संपत्तियों की नीलामी के साथ मामले में आगे बढ़ने का निर्देश दिया था।
17 लाख लोगों से ठगे चार हजार करोड़ रुपये
बताते चलें कि सारधा समूह 239 से अधिक निजी कंपनियों का एक समूह था। यह बंगाल, असम और ओडिशा में कथित तौर पर चिटफंड संचालित करता था। अप्रैल 2013 में फर्जीवाड़े के खुलासे से पहले समूह ने उच्च रिटर्न का वादा करके अवैध तरीके से 17 लाख जमाकर्ताओं से लगभग 4 हजार करोड़ रुपये जुटाए थे। सारधा समूह के प्रमुख सुदीप्त सेन गिरफ्तारी के बाद से ही पिछले कई वर्षों से जेल में बंद हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।