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    Ramnath Kovind in kolkata: दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

    Ramnath Kovind in kolkata. एयरपोर्ट पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और राज्य सरकार में मंत्री पुर्णेंदु बसु ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत किया।

    By Sachin MishraEdited By: Updated: Mon, 30 Sep 2019 04:56 PM (IST)
    Ramnath Kovind in kolkata: दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

    जागरण संवाददाता, कोलकाता। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दो दिवसीय दौरे पर सोमवार दोपहर कोलकाता पहुंचे। एयरपोर्ट पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और राज्य सरकार में मंत्री पुर्णेंदु बसु ने उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से वे सीधे राजभवन पहुंचे। यहां दोपहर की भोजन के बाद आज शाम 5.30 बजे राष्ट्रपति बेलुरमठ में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद रात को वापस राजभवन लौटकर विश्राम करेंगे।

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    वहीं, राष्ट्रपति मंगलवार को उत्तर कोलकाता के बनहुगली में राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम समाप्ति के बाद वे मंगलवार को ही शाम में दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

    गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का यह दूसरा कोलकाता दौरा है। इससे पहले वे 2017, नवंबर में पहली बार कोलकाता आए थे।  

    जानें, कौन हैं रामनाथ कोविंद

    रामनाथ कोविंद का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। 1977 से लेकर 1979 तक तक वह दिल्ली हाईकोर्ट में सरकारी वकील रहे। वह दो बार भाजपा से राज्यसभा के सांसद भी रहे। उन्हें साल 2015 के अगस्त में बिहार का राज्यपाल बनाया गया था। वह 20 जुलाई, 2017 को देश के 14वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। 25 जुलाई, 2917 को उच्चतम न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।

    रामनाथ कोविंद साल 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव भी रहे थे। लेकिन बाद में कोविंद भारतीय जनता पार्टी से जुडे और दो बार पार्टी टिकट पर किस्मत भी आजमाई। लेकिन दोनों ही बार कोविंद को शिकस्त का सामना करना पड़ा था। कोविंद साल 1991 में भाजपा में शामिल हुए और 1994 में यूपी से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए।

    कोविंद भाजपा में प्रवक्ता का पद भी संभाला। वे दलित मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद भी संभाल चुके हैं। साल 2000 में एक बार फिर से उन्हें राज्यसभा के लिए निर्वाचित किया गया। वह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे। आठ अगस्त, 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर उनकी नियुक्ति हुई। कोविंद कुष्ठ रोगियों के लिए काम करने वाली संस्था दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संरक्षक भी हैं। भाजपा दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय कोली समाज अध्यक्ष भी रहे। 1986 में वो दलित वर्ग के कानूनी सहायता ब्यूरो के महामंत्री भी रहे। 

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