West Bengal: 'बातचीत के लिए प्राक्सी मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करते थे पार्थ', ईडी ने अदालत में दाखिल किया आरोपपत्र
Partha Chatterjee कनेक्शन लेते समय जमा किए गए दस्तावेज के अनुसार मोबाइल नंबर एक महिला के नाम पर पंजीकृत घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी द्वारा इस्तेमाल किए गए एक प्राक्सी मोबाइल नंबर का पता चला है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। ईडी ने हाल के दिनों में शिक्षक भर्ती घोटाले में अपना पहला आरोपपत्र अदालत में दाखिल किया है, जिसमें कहा गया है कि घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी द्वारा इस्तेमाल किए गए एक प्राक्सी मोबाइल नंबर का पता चला है। पार्थ और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने कई नंबरों और कई मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया, जिन्हें जब्त किया गया है।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा-'दोनों के अलग-अलग मोबाइल फोन की जांच के दौरान हमारे अधिकारियों ने एक विशेष सिम कार्ड का पता लगाया, जिसका इस्तेमाल पार्थ चटर्जी ने किया था, लेकिन वह उनके नाम पर पंजीकृत नहीं था। सेवा प्रदाता से पूछताछ करने पर पता चला कि मोबाइल फोन कनेक्शन लेते समय जमा किए गए आवश्यक दस्तावेज के अनुसार उस विशेष सिम कार्ड और नंबर को एक गैर-बंगाली महिला के नाम पर पंजीकृत किया गया था।'
हालांकि, ईडी अधिकारी ने उस महिला का नाम उजागर करने से इन्कार किया। कनेक्शन दक्षिण कोलकाता के नाकतल्ला इलाके में स्थित पार्थ चटर्जी के पैतृक आवास के पास एक आउटलेट से लिया गया था। ईडी ने पार्थ चटर्जी से उस महिला की पहचान के बारे में पूछताछ की, जिसके नाम पर नंबर दर्ज किया गया था। पार्थ ने बार-बार उसके बारे में कोई भी जानकारी होने से इन्कार किया है।
सूत्रों ने कहा कि पार्थ चटर्जी ने पाक्सी नंबर का इस्तेमाल मुख्य रूप से तृणमूल कांग्रेस के विधायक माणिक भट्टाचार्य से बातचीत करने के लिए किया था, जिन्हें हाल में कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष की कुर्सी से हटा दिया गया था। ईडी अधिकारी ने कहा-'बातचीत करने के लिए अपनी पहचान छिपाने के लिए जान-बूझकर प्राक्सी नंबर का इस्तेमाल किया गया था।'