घर-दुकान में आगजनी, बेघर हुए लोग और पत्थरबाजी... हिंसा की आग में जल रहा बंगाल, इन इलाको में जमकर मचा तांडव
Murshidabad Violence दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में उपद्रवियों की पुलिस के साथ हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में कई पुलिकर्मी जख्मी हो गए। इसके अलावा सिलीगुड़ी में दो पक्षों के विवाद में कई घरों में तोड़फोड़ की गई। बता दें कि गत शुक्रवार को मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुर्शिदाबाद व दक्षिण 24 परगना (Murshidabad Violence) में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज में सोमवार को फिर हालात बिगड़ गए। उपद्रवियों ने केंद्रीय बल के जवान व पुलिस को लक्ष्य कर भारी पथराव किया।
वहीं, दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में उपद्रवियों की पुलिस के साथ हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में कई पुलिकर्मी जख्मी हो गए। इसके अलावा सिलीगुड़ी में दो पक्षों के विवाद में कई घरों में तोड़फोड़ की गई। बता दें कि गत शुक्रवार को मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
हिंसाग्रस्त मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के जाफराबाद में उपद्रवियों ने यहां स्थिरता बहाली के लिए तैनात केंद्रीय बल के जवान व पुलिस को लक्ष्य कर भारी पथराव किया। इस घटना कुछ देर के लिए केंद्रीय बल के जवानों को पीछे हटना पड़ा। बाद में बड़ी सख्या में केंद्रीय बल के जवान व पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे तथा स्थिति को नियंत्रित किया।
बता दें कि जाफराबाद में ही हिंदू पिता-पुत्र की घर से खींचकर हत्या कर दी गई थी। इधर हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। इसके चलते संबंधित क्षेत्रों में सड़कें सुनसान दिखीं और दुकानें बंद रहीं। प्रभावित इलाकों में इंटरनेट बंद है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पूर्वी कमान के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रवि गांधी व केद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिरीक्षक (आइजी -बंगाल क्षेत्र) बीरेंद्र कुमार शर्मा ने आज हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा किया।
आइएसएफ कार्यकर्ताओं ने पुलिस वाहनों में की आगजनी
दूसरी तरफ दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ के उत्तर काशीपुर थाना इलाके के शोनपुर में सोमवार को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ मार्च निकाल रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) के कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा रोके जाने पर वे उग्र हो गए। पुलिस के साथ उनकी भीषण झड़प हो गई। इस घटना में कई पुलिकर्मी जख्मी हो गए। उपद्रवियों ने पुलिस वैन में तोडफ़ोड़ व आगजनी की।
पुलिस की पांच बाइकों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। दोनों जिलों में बार-बार हिंसा की घटनाओं से स्थानीय लोग काफी भयभीत हैं। बता दें कि मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना व सिलीगुड़ी मुसलमानों की आबादी क्रमश: 70 प्रतिशत, 35 प्रतिशत व पांच प्रतिशत है।
सिलीगुड़ी में कई घरों में तोड़फोड़
सिलीगुड़ी के चार नंबर वार्ड अंतर्गत ज्योति नगर इलाके में दो पक्षों के बीच तीव्र विवाद के बाद कई घरों में तोडफ़ोड़ की गई। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद उग्र भीड़ ने बांस और लाठियों से एक-दूसरे पर हमला करने की कोशिश की। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की दो कंपनियों के साथ करीब 300 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर ने बताया कि हिंसा एक अफवाह के चलते भडक़ी थी। हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है। गौरतलब है कि दो दिन पहले इसी इलाके में चरक पूजा के लिए दो चरक व्रती जब स्नान कर रहे थे, तभी अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ युवकों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया था।
मुर्शिदाबाद में अब तक 210 गिरफ्तारियां
अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि मुर्शिदाबाद में अब तक 210 गिरफ्तारियां की गई हैं। जिले अन्य इलाकों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। दुकानें खुलनी शुरू हो गई हैं और लोग वापस लौट रहे हैं। अब तक 19 परिवार अपने घर लौट चुके हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद दोनों जिला प्रशासन जिलों से चले गए लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
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