मणिपुर पर सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होंगी ममता बनर्जी, बोलीं- अब बहुत देर हो चुकी है
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मणिपुर में जारी हिंसा पर गुरुवार को चिंता जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा वहां की स्थिति पर 24 जून को नई दिल्ली में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक को बहुत देर से लिया गया फैसला बताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन उनकी जगह बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। फा
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मणिपुर में जारी हिंसा पर गुरुवार को चिंता जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा वहां की स्थिति पर 24 जून को नई दिल्ली में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक को बहुत देर से लिया गया फैसला बताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
ममता ने केंद्र पर साधा निशाना
पटना में शुक्रवार को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक के लिए रवाना होने से पूर्व यहां पत्रकारों से बातचीत में ममता ने मणिपुर की तुलना कश्मीर से करते हुए कहा कि हालात काबू में करने में केंद्र सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। सर्वदलीय बैठक के बारे में पूछे जाने पर ममता ने स्पष्ट कहा कि वह इसमें नहीं जा सकेंगी।
भाजपा की नीति के कारण जल रहा पूर्वोत्तर- ममता
उन्होंने कहा कि राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन उनकी जगह बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियों के कारण ही पूर्वोत्तर राज्य जल रहा है। उन्होंने कहा, अब बहुत देर हो चुकी है। मैंने केंद्र से मुझे मणिपुर जाने देने का अनुरोध किया था, लेकिन मुझे सर्वदलीय बैठक के बारे में बुधवार को एक पत्र मिला।
शांति रहा मणिपुर में शांति बहाल का काम
ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र मणिपुर में शांति बहाल करने में नाकाम रहा है जहां जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पहले केंद्र मणिपुर में शांति लाए, फिर हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ें।
ममता को विपक्षी दलों की बैठक रचनात्मक होने की उम्मीद
वहीं, ममता ने उम्मीद जताई कि शुक्रवार को पटना में विपक्ष की बैठक रचनात्मक होगी और कहा कि देश को विनाश से बचाने के लिए अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना होगा। पत्रकारों के सवाल पर ममता ने कहा
कल हमारी विपक्ष की बैठक है। हम उम्मीद करते हैं कि यह अच्छी होगी और सामूहिक फैसले लिए जाएंगे। मुझे लगता है कि देश को विनाश से बचाने के लिए लोग भाजपा के खिलाफ वोट देंगे। उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों के शीर्ष नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी मोर्चे के गठन के लिए रूपरेखा बनाने के वास्ते बिहार की राजधानी पटना में मंथन करेंगे।
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