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    Kolkata Murder Case: 'आरोपियों को मिलना चाहिए मृत्युदंड', रामदास आठवले बोले- फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाएं मुकदमा

    Updated: Sat, 31 Aug 2024 08:29 PM (IST)

    कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की ट्रेनी महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना में शामिल लोगों के लिए मृत्युदंड की मांग करते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को ऐसे अपराधों से निपटने के लिए कठोर कानून की आवश्यकता पर जोर दिया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री आठवले ने यह भी कहा कि ऐसे जघन्य अपराधों के आरोपितों को फास्ट-ट्रैक अदालतों में मुकदमा चलाना चाहिए।

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    कोलकाता मर्डर केस पर रामदास आठवले का बयान (फोटो-जागरण)

    राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की स्नातकोत्तर ट्रेनी महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना में शामिल लोगों के लिए मृत्युदंड की मांग करते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को ऐसे अपराधों से निपटने के लिए कठोर कानून की आवश्यकता पर जोर दिया।

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    सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री आठवले ने यह भी कहा कि ऐसे जघन्य अपराधों के आरोपितों को फास्ट-ट्रैक अदालतों में मुकदमा चलाना चाहिए।

    परिचर्चा सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे केंद्रीय मंत्री 

    केंद्रीय मंत्री कोलकाता राजभवन में जन आरोग्य पर आयोजित एक परिचर्चा सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे थे संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि महिला चिकित्सक की मौत एक दर्दनाक घटना है।

    फिलहाल, सीबीआई घटना की जांच कर रही है। दोषी या दोषियों को मृत्युदंड दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ भी आरोप सामने आए हैं, जहां इस महीने की शुरुआत में स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला चिकित्सक का शव बरामद किया गया था। उन्होंने कहा कि इस शर्मनाक कृत्य में शामिल सभी लोगों को सजा मिलनी चाहिए।

    'सजा के लिए छह महीने से एक साल का होना चाहिए वक्त'

    आठवले ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में इस तरह के जघन्य अपराध अक्सर होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में महाराष्ट्र के बदलापुर में दो किंडरगार्टन छात्राओं का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया। उन्होंने कहा कि इन घिनौनी घटनाओं से निपटने के लिए कड़े कानून की जरूरत है और आरोपितों के खिलाफ फास्ट-ट्रैक अदालत में मुकदमा चलाया जाना चाहिए। सजा के लिए छह महीने से एक साल का समय होना चाहिए।