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    कोलकाता सोने की तस्करी का बड़ा केंद्र, तीन देशों से लाकर छिपाया गया 250 करोड़ का सोना- डीआरआइ

    By Jagran NewsEdited By: Achyut Kumar
    Updated: Sun, 25 Dec 2022 07:11 PM (IST)

    पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सोने की तस्करी का बड़ा केंद्र है। यहां तीन देशों से सोना लाया जा रहा है। यहां 250 करोड़ रुपये का सोना छिपाया गया है। इसके लिए यहां स्टाक यार्ड तैयार किया गया है।

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    कोलकाता सोने की तस्करी का बड़ा केंद्र

    कोलकाता, राज्य ब्यूरो। म्यांमार, थाईलैंड और लाओस के सीमावर्ती इलाकों से चोरी-छिपे सोने को कोलकाता लाकर छिपाया जा रहा है और यहां से देश के विभिन्न इलाकों में उसकी तस्करी हो रही है। डायरेक्टोरेट आफ रिवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआइ) ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है।

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    कोलकाता में छिपाया गया 500 किलोग्राम सोना

    डीआरआइ के मुताबिक, म्यांमार, थाईलैंड और लाओस के सीमावर्ती इलाकों के 'गोल्डेन ट्राएंगल' से सोने की तस्करी हो रही है। कोलकाता को इसके लिए एक ट्रांजिट कैंप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। कोलकाता में अब तक करीब 500 किलोग्राम सोना लाकर छिपाया गया है, जिसका बाजार मूल्य करीब 250 करोड़ रुपये है। यहां इस गिरोह का सरगना कैलाश माहेश्वरी नामक व्यक्ति है। डीआरआइ उसे तलाश रही है।

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    तैयार किया जा रहा सोने का 'स्टाक यार्ड'

    डीआरआइ का अनुमान है कि कोलकाता के किसी वाणिज्यिक इलाके में तस्करी करके लाए गए सोने का 'स्टाक यार्ड' तैयार किया गया है। वहां सोना बट, सिक्का व बिस्कुट के रूप में हैं। यहां से रोजाना 20 से 30 किलो सोने के देश के विभिन्न हिस्सों में तस्करी की जा रही है।

    कैलाश माहेश्वरी के गिरोह में महिलाएं भी शामिल

    कैलाश माहेश्वरी का अपनी 30-35 लोगों का गिरोह है, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। सीबीआइ ने दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस से इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उन्हीं से पूछताछ में ये सारी चीजें सामने आई हैं। उन्होंने पूछताछ में यह भी बताया कि उन सभी को एक करोड़ रुपये से कम मूल्य के सोने की तस्करी का काम सौंपा जाता था, क्योंकि ऐसे मामलों में पकड़े जाने पर आसानी से जमानत मिल जाती है।

    गौरतलब है कि डीआरआइ ने वित्त वर्ष 2021-22 में 833 किलोग्राम सोना जब्त किया था, जिसमें से ज्यादातर की म्यांमार व बांग्लादेश से आपूर्ति हुई थी।

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