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    Kolkata Doctor Case: मृत डॉक्टर के माता-पिता परेशान, कहा- आंदोलन रूका तो नहीं मिलेगा न्याय

    Updated: Tue, 27 Aug 2024 07:22 PM (IST)

    Kolkata Doctor Case कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में दुष्कर्म के बाद मारी गई महिला डॉक्टर के माता-पिता परेशान हैं। उनका कहना है कि आंदोलन रुकना नहीं चाहिए। अगर आंदोलन रुका तो न्याय नहीं मिलेगा। माता-पिता का कहना है कि छात्र और नागरिक आंदोलन के माध्यम से ही न्याय मिलेगा। बता दें कि छात्र समाज ने नवान्न अभियान का एलान किया था।

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    बंगाल में भाजपा ने शुरू किया नवान्न मार्च।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। वे मंगलवार दोपहर तक घर से बाहर एक बार भी नहीं निकले। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, अपनी डॉक्टर बिटिया को खोने वाले माता-पिता कभी-कभार टीवी स्क्रीन पर नजर रख रहे थे। नवान्न अभियान यानी राज्य सचिवालय मार्च की खबर देख रहे थे।

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    आरजी कर मेडिकल कॉलेज में दुष्कर्म और हत्या की शिकार डॉक्टर के माता-पिता पेरशान हैं। वे चाहते हैं कि न्याय की मांग को लेकर यह आंदोलन जारी रहे। उन्हें डर है कि अगर विरोध प्रदर्शन रुका तो न्याय नहीं मिलेगा।

    हावड़ा की सड़कों पर उतरे आंदोलनकारी

    मंगलवार को 'छात्र समाज' की ओर से नवान्न अभियान का आह्वान किया गया था। कोलकाता और हावड़ा की लगभग सभी सड़कों पर आंदोलनकारी उतर आए। उस वक्त पीड़िता के माता-पिता घर पर थे। घटना की जांच सीबीआई कर रही है, लेकिन 17 दिन बाद भी माता-पिता यह जान नहीं पाए हैं कि उनकी बेटी का दुष्कर्मी और हत्यारा कौन-कौन है? वे जांच की गति को लेकर भी सशंकित हैं।

    आंदोलन से ही मिलेगा न्याय: माता-पिता

    इस बीच, मंगरवार को उनकी नजर नवान्न अभियान पर था। पीड़ित डॉक्टर के पिता ने कहा कि कल (सोमवार) छात्र हमारे घर आए थे। मैंने उन्हें बता दिया है कि क्या कहना है। उन्हें यह भी उम्मीद है कि छात्र और नागरिक आंदोलन के माध्यम से ही न्याय मिलेगा।

    आंदोलन पर पूरा भरोसा

    पीड़िता की मां ने पहले ही कहा था कि अपनी बेटी को खोने के बाद जिस तरह से जूनियर डॉक्टर से लेकर छात्र, युवा सभी सड़क पर उतर रहे हैं उससे उन्हें पूरा भरोसा है। जांच राज्य प्रशासन के हाथ से लेकर सीबीआई के हाथ में दे दी गई है। पीड़िता के माता-पिता इस मामले को लेकर आशावान तो हैं लेकिन आश्वस्त नहीं हैं।

    धरना स्थल पर नहीं पहुंचे

    पीड़िता के घर के पास एक विरोध मंच बनाया गया है। वहां के कई प्रतिनिधियों ने मंगलवार सुबह उनसे मुलाकात की। पीड़िता के माता-पिता ने उनके विरोध का समर्थन किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि वे धरना स्थल पर नहीं जाएंगे।

    अगर आंदोलन रुका तो...

    पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक पीड़िता के माता-पिता चाहते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह आंदोलन बंद न हो। वे चाहते हैं कि यह आंदोलन तब तक जारी रहे जब तक बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में मुकदमा नहीं चलाया जाता। पीड़िता के पिता ने यहां तक कहा कि मुझे डर है, अगर आंदोलन रुका तो मेरी बेटी को न्याय नहीं मिलेगा।

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