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    करणी सिंह शेखावत ने बीएसएफ के बहरमपुर सेक्टर के डीआइजी का संभाला पदभार, आतंकियों व नक्सलियों से ले चुके हैं लोहा

    By Vijay KumarEdited By:
    Updated: Thu, 20 May 2021 08:07 PM (IST)

    सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के वरिष्ठ व काफी तेजतर्रार अधिकारी करणी सिंह शेखावत ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत बल के सेक्टर मुख्यालय बहरमपुर मुर्शिदाबाद के उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) का पदभार संभाल लिया है। निवर्तमान डीआइजी कुणाल मजूमदार की जगह उनकी नियुक्ति हुई है।

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    बीएसएफ डीआइजी करणी सिंह शेखावत। स्त्रोत : बीएसएफ

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के वरिष्ठ व काफी तेजतर्रार अधिकारी करणी सिंह शेखावत ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत बल के सेक्टर मुख्यालय बहरमपुर, मुर्शिदाबाद के उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) का पदभार संभाल लिया है। निवर्तमान डीआइजी कुणाल मजूमदार की जगह उनकी नियुक्ति हुई है। बुधवार को अपना पदभार ग्रहण करने के उपरांत शेखावत ने सीमा पर होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने का भरोसा दिलाया है। साथ ही उन्होंने सीमा पर रहने वाले लोगों और अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा और अखंडता के लिए प्रतिबद्ध बीएसएफ के बीच तालमेल पर जोर देते हुए तस्करी, घुसपैठ व अन्य सीमा पार अपराधों से सख्ती से निपटने की बात कहीं।

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    दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय की ओर से गुरुवार को एक बयान में बताया गया कि 1989 में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर बीएसएफ में भर्ती होने वाले जांबाज़ अधिकारी करणी सिंह शेखावत ने अपने 32 साल के सेवाकाल में देश की दुर्गम एवं चुनौतीपूर्ण सीमाओं जिसमें भुज (गुजरात), राजस्थान, पंजाब प्रमुख है, में सराहनीय कार्य कर चुके हैं। वे जम्मू कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित इलाके व छत्तीसगढ़ में नक्सलवादियों के गढ़ में काउंटर इनसरजेंसी, एंटी मिलिटेंसी एवं एंटी नक्सल ऑपरेशन में व्यक्तिगत उदाहरण पेश करते हुए खुद आगे बढ़- बढ़ कर आतंकियों और नक्सलियों से लोहा ले चुके हैं। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मिशन में भी उन्होंने अपनी सराहनीय सेवा देकर बल की शोभा को बढ़ाया  है।

    छत्तीसगढ़ में तैनाती के दौरान नक्सलियों के गढ़ में कायम किया था वर्चस्व 

    बयान के अनुसार, अप्रैल 2018 में शेखावत ने विशेष सक्रिय अधिकारी, फ्रंटियर स्पेशल ऑप्स के उपमहानिरीक्षक का कार्यभार संभाला था। उस समय छत्तीसगढ़ का यह इलाका अति संवेदनशील और नक्सलग्रस्त क्षेत्र था। उन्होंने वहां अपनी बहादुरी से सभी यूनिटों को मजबूत एवं प्रभावी नेतृत्व प्रदान करते हुए स्वयं अत्यधिक संवेदनशील नक्सलग्रस्त क्षेत्रों में ऑपरेशन किए, जिसमें उन्हें काफी अच्छी सफलता मिली एवं नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले कई क्षेत्रों पर इनके दायित्व क्षेत्र की यूनिटों ने अपना वर्चस्व कायम किया। जिसके कारण उन क्षेत्रों में पुलिस एवं बीएसएफ के नए कैंप स्थापित हुए। 

    स्वभाव में सरल तो काम में उतने ही सख्त और अनुशासित

    बीएसएफ में शेखावत की एक कर्तव्यनिष्ठ व बेहद ईमानदार  अधिकारी के तौर पर पहचान है, जिन्होंने अपने मूल्यों व आदर्शों के साथ कभी समझौता नहीं किया और तस्करों व सीमा अपराधियों के खिलाफ मजबूती से लड़े हैं। वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो शेखावत स्वभाव में जितने सरल हैं, काम में उतने ही सख्त व अनुशासित हैं। जहां भी वे रहे हैं उन्होंने अपनी यूनिट में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस स्थापित की है। अगर इनके इलाके में कोई जरा सा भी भ्रष्टाचार आदि की कोशिश करता है तो वे उससे बेहद ही सख्ती से निपटते हैं। इसमें वे जरा भी समझौता नहीं करते। ये उनकी एक विशेष खासियत है।

    इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने जांबाज़ अधिकारी के पद ग्रहण करने पर खुशी व्यक्त की है और बताया कि उनके क्षेत्रीय मुख्यालय बहरमपुर का पदभार संभालने से अधिक मजबूती मिलेगी, जिससे यहां पर हो रहे अपराधों पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने में कामयाबी हासिल होगी।