Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'बंगाल बिजनेस समिट में आए 4.40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव', सीएम ममता ने दी जानकारी

    Updated: Fri, 07 Feb 2025 02:20 AM (IST)

    सीएम ममता ने कोलकाता के राजरहाट न्यूटाउन स्थित विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में आयोजित दो दिवसीय व्यापार सम्मेलन के समापन सत्र को गुरुवार शाम संबोधित किया और उन्होंने दावा किया कि आठवें वार्षिक बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन (बीजीबीएस) के दौरान राज्य को कुल 4.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। ममता ने कहा कि बंगाल निवेशकों के लिए प्रमुख गंतव्य बना हुआ है।

    Hero Image
    बंगाल बिजनेस समिट में आए 4.40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव- सीएम ममता (फोटो- पीटीआई)

     राजीव कुमार झा, जागरण, कोलकाता। बंगाल में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए आयोजित आठवें वार्षिक बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन (बीजीबीएस) के दौरान राज्य को कुल 4.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।

    मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के राजरहाट न्यूटाउन स्थित विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में आयोजित दो दिवसीय व्यापार सम्मेलन के समापन सत्र को गुरुवार शाम संबोधित करते हुए यह दावा किया। ममता ने कहा कि बंगाल निवेशकों के लिए प्रमुख गंतव्य बना हुआ है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बंगाल को 4,40,595 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले

    ममता ने कहा कि सम्मेलन के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कुल 212 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) और आशय पत्रों (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए गए, जो निवेश स्थल के रूप में राज्य की क्षमता को उजागर करते हैं। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान हमें कुल 4,40,595 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इससे बंगाल में रोजगार के लाखों अवसर पैदा होंगे। निवेश के लिए मिले ये प्रस्ताव विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित हैं।

    सीएम ममता ने गिनाए अपनी सरकार के काम

    मुख्यमंत्री ने 2011 से अपनी सरकार के विकास प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन उपायों से राज्य में 1.72 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठने में मदद की है।

    उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचा, उद्योग और सामाजिक कल्याण पर हमारे निरंतर ध्यान से ये परिणाम आए। इससे पहले नवंबर, 2023 में हुए बीजीबीएस के सातवें संस्करण में ममता ने 3.76 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिलने का दावा किया था।

    13 लाख करोड़ का काम पहले ही पूरा हो चुका

    ममता ने पिछले शिखर सम्मेलनों की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले सात बीजीबीएस संस्करणों में 19.54 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जिसमें से 13 लाख करोड़ रुपये का काम पहले ही पूरा हो चुका है। बाकी साढ़े छह लाख करोड़ की परियोजनाएं पाइपलाइन में है।

    उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण प्रगति निवेश के वादों को पूरा करने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता और एक व्यवसाय केंद्र के रूप में इसके बढ़ते आकर्षण को रेखांकित करती है।

    40 देशों के प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा

    ममता ने दावा किया कि दो दिन के व्यापार सम्मेलन में भारत के प्रमुख उद्यमियों सहित 40 देशों के 200 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया, जिसमें 20 से अधिक देशों के राजनयिक भी शामिल हुए। इनमें 20 भागीदारी देश थे।

    ममता ने कहा कि सम्मेलन में प्रमुख उद्योगपतियों, नीति निर्माताओं और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों को लेकर कुल मिलाकर पांच हजार से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए, जिससे पूर्वी भारत में एक प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में बंगाल की स्थिति मजबूत हुई।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्मेलन में बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली। कल मुकेश अंबानी और सज्जन जिंदल जैसे प्रमुख उद्योगपतियों ने अपनी निवेश योजनाएं साझा कीं। मैंने उनसे अलग-अलग चर्चा की है और निवेश के बारे में और आश्वासन प्राप्त किया है। ममता ने बताया कि शिखर सम्मेलन में विभिन्न उद्योगों को प्रदर्शित करने वाली 215 स्टाल वाली बड़ी प्रदर्शनी भी शामिल थी।

    बंगाल उद्योग के लिए आदर्श गंतव्य

    ममता ने फिर दोहराया कि बंगाल उद्योग के लिए देश में सबसे आदर्श गंतव्य है। ममता ने कहा कि पिछले 14 वर्षों में हमारा बुनियादी ढांचागत विकास उल्लेखनीय रहा है। हम लोगों के बीच विभाजन पैदा नहीं करते। बंगाल, संस्कृति का हृदय है। मुख्यमंत्री ने कुछ विशिष्ट उपलब्धियों को भी साझा किया, जिसमें राज्य द्वारा ओएनजीसी को अशोकनगर में मात्र एक रुपये में भूमि उपलब्ध कराना भी शामिल है।

    बंगाल में एक करोड़ 72 लाख लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ गए हैं

    अपने समापन भाषण में ममता ने राज्य में हुई सामाजिक प्रगति का भी जिक्र किया और कहा कि बंगाल में एक करोड़ 72 लाख लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ गए हैं। ममता ने कहा कि कारोबारी सुगमता, कौशल विकास और एमएसएमई के मामले में राज्य शीर्ष पर है।

    मुकेश अंबानी सहित कई दिग्गज उद्योगपति हुए शामिल

    सम्मेलन की शुरुआत बुधवार को हुई थी। इस वर्ष के सम्मेलन का प्रमुख आकर्षण रिलायंस इंडस्ट्रीज की निवेश प्रतिबद्धता रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 2030 तक राज्य में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। उद्घाटन सत्र में मुकेश अंबानी के अलावा आरपीजी समूह के चेयरमैन संजीव गोयनका, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई दिग्गज उद्योगपति शामिल हुए थे।

    पिछले सात सम्मेलनों में 19.54 लाख करोड़ के मिले थे निवेश प्रस्ताव

    बता दें कि 2011 में बंगाल की सत्ता में काबिज होने के बाद ममता ने वर्ष 2015 से राज्य में बिजनेस समिट के आयोजन की शुरुआत की थी। वर्ष 2015 से लेकर 2023 तक हुए पिछले सात बिजनेस सम्मेलनों में कुल 19.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिलने का ममता ने दावा किया था। इनमें नवंबर, 2023 में हुए बिजनेस समिट में 3.76 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले थे। 2024 में बिजनेट समिट का आयोजन नहीं हुआ था।

    2022 में 3.42 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव मिला था। वहीं, वर्ष 2015 में 2.43 लाख करोड़, 2016 में 2.50, 2017 में 2.35, 2018 में 2.20, 2019 में 2.84 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए थे। कोरोना के चलते 2020 और 2021 में बीजीबीएस नहीं हो सका था। हालांकि विपक्षी दल बिजनेस समिट को लेकर शुरू से ही सवाल उठाते रहे हैं।

    इन क्षेत्रों पर रहा फोकस

    अधिकारियों ने बताया कि दो दिन के बीजीबीएस-2025 में सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई), कपड़ा, इंजीनियरिंग, ऊर्जा, परिवहन तथा शहरी बुनियादी ढांचा, रियल एस्टेट, कृषि, पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय व्यापार व लाजिस्टिक्स, एआई जैसे क्षेत्रों पर फोकस रहा। सम्मेलन के दौरान राज्य सरकार के अधिकारियों और उद्योगपतियों के बीच दर्जनों बी2बी व बी2जी बैठकें और सत्र आयोजित की गईं।

    बीजीबीएस- 2025 में प्रमुख उद्योगपतियों की ओर से मिले निवेश प्रस्ताव

    • बीजीबीएस के उद्घाटन सत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 2030 तक बंगाल में 50,000 करोड़ रुपये के नए निवेश की घोषणा की।
    • अंबुजा नेवटिया समूह ने भी अगले पांच साल में 15,000 करोड़ से अधिक के निवेश की घोषणा की।
    • जेएसडब्ल्यू गु्रप के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने सालबनी में 1600 मेगावाट की बिजली परियोजना विकसित करने के लिए 16,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की।
    • आरपी-संजीव गोयनका समूह के चेयरमैन संजीव गोयनका ने भी अगले कुछ वर्षों में 10,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की।