'जेल में नहीं मिल रहीं बुनियादी सुविधाएं', शर्मिष्ठा ने लगाए कई आरोप; गिरफ्तारी को पुलिस ने बताया सही
कोलकाता की अलीपुर महिला जेल में बंद इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनौली ने अदालत में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि उन्हें जेल में आधारभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। उनके अधिवक्ता ने स्वच्छता की कमी और स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला दिया है। कोलकाता पुलिस ने शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को वैध बताया है और कहा है कि उन पर समुदायों के बीच घृणा फैलाने वाली सामग्री साझा करने का आरोप है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। धर्म विशेष से संबंधित आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तारी के बाद वर्तमान में कोलकाता की अलीपुर महिला जेल में बंद इंफ्लुएंसर व छात्रा शर्मिष्ठा पनौली ने अदालत में याचिका दायर कर जेल में उन्हें आधारभूत सुविधाएं प्रदान नहीं किए जाने की बात कही है।
उनके अधिवक्ता मोहम्मद शमीमुद्दीन ने कहा कि जेल में स्वच्छता का अभाव है। मेरी मुवक्किल बीमार हैं। उन्हें किडनी में पथरी की समस्या है। उन्हें समाचार पत्र व पत्रिका जैसी आधारभूत सुविधाएं भी प्रदान नहीं की जा रही है। दूसरी तरफ कोलकाता पुलिस ने शर्मिष्ठा को 'अवैध' तरीके से गिरफ्तार करने के आरोप को सिरे से खारिज किया है।
मामले में समस्त कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया: पुलिस
पुलिस ने फेसबुक पर किए गए पोस्ट में कहा कि मामले की उचित जांच की गई और समस्त कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। आरोपित को देशभक्ति या व्यक्तिगत आस्था व्यक्त करने के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया है बल्कि उसके विरुद्ध समुदायों के बीच घृणा को बढ़ावा देने वाली आपत्तिजनक सामग्री साझा करने के लिए कानूनी कार्रवाई की गई है।
गुड़गांव से हुई थी शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी
आरोपित को भारत न्याय संहिता की धारा 35 के तहत नोटिस देने के कई प्रयास किए गए, लेकिन हर बार वह फरार थी। इसके परिणामस्वरूप सक्षम अदालत द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया, जिसके बाद उसे दिन के समय गुड़गांव से वैध तरीके से गिरफ्तार करके उपयुक्त मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और कानून की उचित प्रक्रिया के अनुसार उसका ट्रांजिट रिमांड प्रदान किया गया। बाद में अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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