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    India-Bangladesh Border: भारत-बांग्लादेश सीमा को किया गया सील, बीएसएफ डीजी ने दूसरे दिन भी बॉर्डर का किया दौरा

    Updated: Tue, 06 Aug 2024 08:35 PM (IST)

    India-Bangladesh Border सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने आज पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा का दौरा किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य इन महत्वपूर्ण सीमा क्षेत्रों में बीएसएफ की परिचालन तैयारियों और रणनीतिक तैनाती की समीक्षा करना था। भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध आवाजाही को रोकने के लिए सीमा को पूरी तरह सील भी कर दिया गया है।

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    BSF भारत-बांग्लादेश सीमा पर पूरी तरह अलर्ट (फोटो- जागरण)

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पड़ोसी देश बांग्लादेश में जारी हिंसा और तख्तापलट के घटनाक्रम के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भारत- बांग्लादेश सीमा पर पूरी तरह अलर्ट है। ताजा घटनाक्रम के मद्देनजर बीएसएफ के कार्यवाहक महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी, आइपीएस ने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन यहां भारत-बांग्लादेश सीमा का दौरा कर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।

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    डीजी ने बल के पूर्वी कमान के एडीजी रवि गांधी और दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आइजी मनिंदर प्रताप सिंह पवार के साथ इस दिन उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित एकीकृत जांच चौकी (आइसीपी) पेट्रापोल और 68वीं बटालियन के अत्यधिक संवेदनशील सीमा चौकी राणाघाट सहित कुछ अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया। पेट्रापोल में दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा भूमि बंदरगाह है जो भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार और आवाजाही का सबसे प्रमुख माध्यम है।

    भारत-बांग्लादेश सीमा पूरी तरह सील

    बांग्लादेश में हुए घटनाक्रम के मद्देनजर बीएसएफ ने सोमवार को ही 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी सभी यूनिट के लिए हाई अलर्ट जारी किया था। जिसके बाद अवैध आवाजाही को रोकने के लिए सीमा को पूरी तरह सील भी कर दिया गया है। दरअसल, बंगाल के साथ ही बांग्लादेश की सबसे ज्यादा 2200 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है, जो बेहद संवेदनशील है।

    बंगाल से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बड़े इलाकों में अब तक फेंसिंग (बाड़) भी नहीं है, ऐसे में यहां ताजा हालात के मद्देनजर घुसपैठ के सबसे ज्यादा खतरे को देखते विशेष चौकसी बरती जा रही है। एक अधिकारी ने बताया कि सीमा पर जवानों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ दिन-रात का गश्त भी बढ़ा दी गई है।

    डीजी ने बीएसएफ अधिकारियों के साथ भी की बैठक

    इधर, आइसीपी पेट्रापोल में बीएसएफ डीजी ने पैसेंजर टर्मिनल और कार्गो टर्मिनल का दौरा किया तथा जवानों के समक्ष आने वाली जटिल परिचालन चुनौतियों की समीक्षा की। उन्होंने पड़ोस में मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए बीएसएफ अधिकारियों के साथ बैठक भी की तथा अवैध घुसपैठ और तस्करी से निपटने के लिए परिचालन रणनीतियों पर चर्चा की। बीएसएफ द्वारा एक बयान में बताया गया कि डीजी ने मौजूदा चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अधिकारियों और जवानों को सीमा पर अत्यधिक सतर्कता बरतने और किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा।

    तैयारियों और तैनाती रणनीतियों का हुआ आकलन

    कोलकाता में बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरे का उद्देश्य बांग्लादेश में जारी घटनाओं के मद्देनजर सीमा पर बीएसएफ की सामरिक और परिचालन तैयारियों और तैनाती रणनीतियों का आकलन करना है। प्रवक्ता ने बताया कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा मजबूत कर दी गई है। हम बेहतर समन्वय के लिए बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के भी संपर्क में हैं। सोमवार को भी डीजी ने उत्तर 24 परगना जिले और संवेदनशील सुंदरवन के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया था।

    सीमावर्ती ग्रामीणों के साथ बीएसएफ ने की बैठक

    बांग्लादेश में जारी अशांति के बाद सुरक्षा बढ़ाने के लिए बीएसएफ ने मंगलवार को बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में राज्य सरकार के अधिकारियों और ग्रामीणों के साथ समन्वय बैठकें भी की। बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, ग्रामीणों को रात के समय सीमावर्ती क्षेत्रों और अंतरराष्ट्रीय सीमा सड़क पर स्वतंत्र रूप से नहीं घूमने की सलाह दी गई है। यह भी निर्णय लिया गया कि बाजार में सभी दुकानें रात नौ बजे तक बंद कर दी जानी चाहिए।

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