बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले तेज, विरोध में कोलकाता की सड़क पर उतरे सैकड़ों लोग
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों और पड़ोसी देश में हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर विरोध जारी है। अब बंगाली हिंदू सुरक्षा समिति के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने एक रैली में भाग लिया। सियालदह स्टेशन से शुरू हुई रैली 2 किमी की दूरी तय करते हुए रानी रशमोनी रोड पर समाप्त हुई। चिन्मय दास की गिरफ्तारी के विरोध में नारे लगाए गए।

पीटीआई, कोलकाता। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों और पड़ोसी देश में हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर विरोध जारी है। अब बंगाली हिंदू सुरक्षा समिति' के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने एक रैली में भाग लिया।
सियालदह स्टेशन से शुरू हुई रैली 2 किमी की दूरी तय करते हुए रानी रशमोनी रोड पर समाप्त हुई। रैली में प्रतिभागियों ने दास की रिहाई की मांग करते हुए नारे लगाए, जो पहले इस्कॉन बांग्लादेश से जुड़े थे और मांग कर रहे थे कि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक पर अत्याचार बंद करे।
प्रदर्शनकारियों ने पूजा स्थलों को बनाया निशाना
भगवा झंडे और बैनर लिए प्रदर्शनकारियों ने हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों को निशाना बनाकर जारी हिंसा पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इन हमलों के अपराधियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए अंतरिम सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने आरोप लगाया कि दास की गिरफ्तारी अनुचित थी और शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों पर हमले की आवाज उठाने के लिए उन्हें निशाना बनाया गया था।
'अल्पसंख्यक शांति और सद्भाव के माहौल में रह सकें'
प्रतिभागियों ने मांग की कि बांग्लादेश में अंतरिम सरकार यह सुनिश्चित करें कि अल्पसंख्यक शांति और सद्भाव के माहौल में रह सकें। बांग्लादेश हिंदू डेर ओपोर एक्रोमोन बंदो करो' (अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले बंद करो) और 'चिन्मॉय कृष्णा दासेर ओबिलोम्बे मुक्ति चाई' (हम चिन्मय दास की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं) लिखी तख्तियां लिए हुए जुलूस में शामिल लोग सियालदह स्टेशन से एस्प्लेनेड-रानी तक चले। रासमोनी रोड से मौलाली होते हुए नारेबाजी की।
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